‘उसकी लाठी में आवाज नहीं होती’...किस ओर इशारा कर अखिलेश यादव ने संसद में कही ये बात!


नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या में अवधेश प्रसाद की जीत पर संसद में बड़ी प्रतिक्रिया दी है। अखिलेश ने कहा कि होई वही जो राम रचि राखा। ये है उसका फैसला, जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज। जो करते थे किसी को लाने का दावा, वो खुद हैं किसी के सहारे को लाचार। अयोध्या सांसद के बगल मेें बैठकर अखिलेश ने कहा हम अयोध्या से लाए हैं उनके प्रेम का पैगाम। अभयदान देती जिनकी मंद मंद मुस्कान कि वो हैं मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम। इसके अलावा अखिलेश ने कहा कि ईवीएम पर कल भी भरोसा नहीं था, आज भी नहीं भरोसा। मैं 80 सीटें जीत जाऊं तब भी नहीं भरोसा। ईवीएम से जीतकर ईवीएम हटाने का काम करेंगे। जब तक ईवीएम नहीं हटेगी, हम समाजवादी लोग इस पर अडिग रहेंगे।

सपा नेता ने कहा कि जहां से पीएम चुनकर आते हैं, वहां की प्रदेश सरकार भी वन ट्रिलियन इकोनॉमी की बात कर रही है। यूपी में अगर ये संभव करना है तो 35 प्रतिशत की ग्रोथ चाहिए। मुझे नहीं लगता कि ये संभव नहीं हो पाएगा। हंगर इंडेक्स में हम कहां खड़े हैं? हैपिनेस इंडेक्स में हम कहां खड़े हैं? चुनाव को जो लोग अपने तरीके से मोड़ते हैं, उनसे कहना चाहता हूं कि इस चुनाव के परिणाम ने तोड़ने वाली राजनीति को तोड़ दिया है। धन, बल, छल की राजनीति की शिकस्त हुई है। सकारात्मक राजनीति की शुरुआत हुई है। वाराणसी और अयोध्या का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि लोग क्योटो की फोटो लेकर वाराणसी में ढूंढ रहे हैं, उन्हें लगता है कि जिस दिन गंगा मां साफ हो जाएंगी, उस दिन शायद क्योटो मिल जाएगा। यूपी की जनता का आग्रह है कि जिस गंगा जल को हाथ में लेकर कसम खाई जाती है, कम से कम उस गंगा जल से झूठ तो न बोला जाए। जहां विकास के नाम पर खरबों की लूट हो रही है। पहली बारिश में टपकते हुए छत, गिर चुकी स्टेशन की दीवार बेईमानी की निशानी बन गई है।

अखिलेश ने कहा कि यूपी में प्रभुत्व की लड़ाई दो लोगों को आपस में लड़ा रही है, इसकी मार जनता को सता रही है। अखिलेश ने कहा कि एक बड़ी परीक्षा (नीट) का भी पेपर लीक हो गया। पेपर लीक हो क्यों रहा है? ये सरकार पेपर लीक इसलिए करा रही है क्योंकि ये रोजगार नहीं देना चाहती है। पिछले दस सालों की उपलब्धि यही रही है कि एक शिक्षा माफिया का जन्म हुआ है। जातीय जनगणना पर अखिलेश ने कहा कि हम जातीय जनणगना के पक्ष में हैं। इसके बिना सामाजिक न्याय संभव नहीं है। इसके अलाव अखिलेश ने अग्निवीर को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष को नौजवानों और सीमा सुरक्षा की चिंता है। राष्ट्रपति के अभिभाषण में इसका कोई जवाब नहीं मिला। अग्निवीर योजवा की व्यवस्था को स्वीकार नहीं कर सकते। जब भी हम सत्ता में आएंगे, अग्निवीर व्यवस्था खत्म करेंगे।

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