साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी बसपा और सपा के गठबंधन से चुनाव लड़े थे और बीजेपी के मनोज सिन्हा को उन्होंने करीब 1 लाख 20 हजार वोटों से हराया था। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी इंडिया गठबंधन से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े थे और उन्होंने बीजेपी के पारसनाथ राय को करीब सवा लाख मतों से शिकस्त दी थी। जब अफजाल अंसारी को सपा का प्रत्याशी बनाया गया उस समय तक उन्होंने बसपा से त्यागपत्र नहीं दिया था। इसलिए उनसे बार-बार बसपा को लेकर सवाल किया जा रहा था।
अफजाल अंसारी चुनाव जीतने के बाद जनता के बीच जाकर उनको धन्यवाद दे रहे हैं और इसी दौरान जंगीपुर की एक सभा में दिया गया उनका बयान वायरल हो रहा है। अफजाल अंसारी जनता के बीच इस बात का खुलासा करते हुए नजर आ रहे हैं कि बसपा को वो क्यों नहीं छोड़ना चाहते हैं। उनका साफ कहना है कि लड़ाई केवल लोकसभा चुनाव तक की नहीं थी बल्कि लड़ाई आगे (विधानसभा चुनाव की) भी है। इसीलिये उनको (मायावती को) लग रहा है कि मुझे निकालना नहीं चाहिये और मुझे भी समझ में आ रहा है कि इनको छोड़ना नहीं चाहिये।
फिलहाल सपा सांसद अफजाल अंसारी का बसपा प्रेम कम होता नहीं दिख रहा है। जिसकी वजह एक तरफ तो आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी सपा-बसपा गठबंधन की आशा है। लड़ाई आगे भी है यह कहकर अफजाल अंसारी इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव में सपा-बसपा के गठबंधन का प्रयास किया जायेगा। दूसरी तरफ मायावती को सचेत होने की चेतावनी देकर अफजाल अंसारी बसपा वोट पर भी निशाना साधते नजर आ रहे हैं। अफजाल अंसारी ने मायावती पर भी तंज कसते हुये कहा कि बहुजन समाज पार्टी के नेता को सोचना होगा नहीं तो बहुजन समाज खुद सोच लेगा और वो खुद फैसला लेकर इस कतार में खड़ा हो जाएगा।

0 Comments