देवरिया। जिले के रुद्रपुर क्षेत्र के बिट्ठलपुर गांव जा रहे सपा प्रतिनिधि मंडल को रुद्रपुर के पास पुलिस ने रोक लिया। सपा सांसद रामभुआल निषाद, सपा जिलाध्यक्ष ब्यास यादव समेत 15 सपा नेताओं को हिरासत में लेकर पुलिस जिला मुख्यालय लेकर चली गई। बाद में अपर जिलाधिकारी प्रशासन गौरव श्रीवास्तव से वार्ता के बाद पुलिस ने रिहा कर दिया। बिट्ठलपुर में दीपू निषाद की हत्या के बाद गांव में परिवार के लोगों से मिलने जा रहे सपा प्रतिनिधि मंडल को पुलिस ने रुद्रपुर में सपा नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य सिकंदर यादव के घर पर ही रोक लिया। सपा प्रतिनिधि मंडल जब जाने का जिद किया तो एएसपी दीपेन्द्र नाथ चौधरी, एसडीएम रत्नेश तिवारी, सीओ अंशुमन श्रीवास्तव ने वहीं रोकते हुए हिरासत में ले लिया।
सपा जिलाध्यक्ष ब्यास यादव, सुल्तानपुर के सांसद रामभुआल निषाद, पूर्व विधायक डा.मोहसिन खान, सपा नेता कृष्णभान सिंह उर्फ किसान सिंह सैंथवार समेत 15 सपा नेताओं को लेकर पुलिस कलेक्ट्रेट पहुंची, जहां सपा नेताओं से एडीएम प्रशासन से बातचीत करने के बाद पुलिस ने रिहा कर दिया।सपा नेताओं के गिरफ्तार होने की सूचना के बाद सपा नेताओं में आक्रोश बढ़ गया। बड़ी संख्या में सपा नेता कलेक्ट्रेट पहुंच गए। सपा नेताओं की भीड़ बढ़ने की सूचना पर कलेक्ट्रेट को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। सपा नेताओं की रिहाई व उनके जाने के बाद पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली।
बिट्ठलपुर में सियासत तेज हो गई है। एक दिन पहले कैबिनेट मंत्री संजय निषाद की मौजूदगी में हत्यारोपित पक्ष के दरवाजे पर चढ़कर हुए तोड़फोड़ के बाद पुलिस सख्त हो गई है। वहां सपा का प्रतिनिधि मंडल भी जाने लगा। बहुत से सपा नेता गांव भी पहुंच गए। हालांकि पुलिस ने उन्हें गांव के बाहर ही रोक लिया। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील रहा और गांव की गलियों में सन्नाटा छाया रहा। एसपी देवरिया संकल्प शर्मा ने कहा कि शांति व्यवस्था को देखते हुए सपा नेताओं को पहले रोका गया, वह गांव में जाने के लिए जिद कर रहे थे, इसलिए 15 नेताओं को गिरफ्तार किया गया। जिला मुख्यालय पर लाकर उन्हें रिहा कर दिया गया है।
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