इनकार से शुरू हुई प्रेम कहानी...शहर-शहर भटके प्रेमी युगल, फिर मिला मुकाम!


बरेली। प्रदेश के बिजनौर की रहने वाली निशा ने प्यार की खातिर अपने मजहब बदल लिया। उसने बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में धर्म परिवर्तन कराया और अपना नाम राधिका रख लिया। इसके बाद प्रेमी राजेश कुमार के साथ सात फेरे लिए। आश्रम के आचार्च केके शंखधार ने हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार दोनों का विवाह कराया। इस मौके पर निशा उर्फ राधिका ने पति के साथ जमकर डांस किया। निशा और राजेश की प्रेम कहानी इनकार से शुरू हुई। पांच साल पहले शुरू हुई इनकी प्रेम कहानी को शनिवार को नया मुकाम मिला।निशा उर्फ राधिका ने बताया कि उनके पिता का नाम जाकिर है। वह बिजनौर के एक गांव की रहने वाली है। तीन भाइयों में इकलौती बहन है। राजेश बिजनौर का निवासी है। राजेश की रिश्तेदारी निशा के गांव में है, जिससे आना-जाना लगा रहता था। इसी दौरान राजेश और निशा की मुलाकात हुई। पहली ही नजर में राजेश को निशा से प्यार हो गया।

निशा ने बताया कि एक दिन राजेश ने रास्ते में उसे रोका और प्यार का इजहार कर अपना नंबर दिया। निशा ने पहले इनकार किया। बाद में राजेश से फोन पर बातचीत शुरू हो गई। निशा के मुताबिक राजेश ने कहा था कि मुझे कभी धोखा मत देना। उससे शादी का प्रस्ताव रखा। इस पर निशा ने भी हां कर दी। बीते दिनों घर छोड़कर प्रेमी के पास चली गई। किसी ने इन्हें बरेली में इस तरह के प्रेमी युगल की शादी करने वाले आचार्य केके शंखधार के बारे में बताया। इस पर प्रेमी युगल बरेली के बजाय रायबरेली पहुंच गए। रायबरेली से प्रयागराज, फिर लखनऊ पहुंचे। वहां से शनिवार को दोनों बरेली पहुंचे। दोनों ने अगस्त्य मुनि आश्रम में पहुंचकर केके शंखधार से विवाह कराने का आग्रह किया। केके शंखधार ने शुद्धिकरण कराकर निशा का धर्म परिवर्तन कराया। इसके बाद विधि-विधान से दोनों की शादी कराई। निशा ने कहा कि राजेश से शादी कर वह बेहद खुश है।

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