आजमगढ़। सनातन ज्ञान के साथ आधुनिक शिक्षा प्रदान करने वाला नवीन सरस्वती इंटर कॉलेज मेरे जीवनकाल के 35 वर्षों का संघर्ष है। तमाम विरोधों के बावजूद यह अपने लक्ष्य की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। इस स्कूल के शिक्षा नीतियों को यहां के विद्यार्थियों ने प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होकर साबित किया है। उक्त विचार नवीन सरस्वती इंटर कॉलेज के संस्थापक राम प्रसाद यादव ने विशेष बातचीत के दौरान व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि आज से करीब 35 साल पहले ज्ञान की देवी मां सरस्वती के नाम पर 17 जुलाई 1988 को एक किराए के कमरे से विद्यालय की नींव रखी थी। 2 साल बाद वर्ष 1991 में पांचवी की मान्यता मिली। 1997 में आठवीं और 2005 में हाई स्कूल की मान्यता प्राप्त किया। उच्च कोटि की शिक्षा और कड़े अनुशासन के कारण यहां के विद्यार्थियों ने इस विद्यालय की समाज में एक अलग पहचान बना दी। जिसका नतीजा यह हुआ कि वर्ष 2010 में यह विद्यालय कोलघाट, रोडवेज, मातबरगंज, अनंतपुरा आदि क्षेत्रों में इंटर तक की मान्यता प्राप्त करने वाला एकमात्र स्कूल बन गया।
उन्होंने बताया कि आसपास के क्षेत्र में नवीन सरस्वती इंटर कॉलेज 14 सालों से आधुनिक शिक्षा प्रणाली में बेहतर सुविधाओं के साथ-साथ कम फीस में आधुनिक शिक्षा मुहैया करा रहा है जो निरंतर चलता रहेगा। इस स्कूल के विद्यार्थियों ने उच्च पदों पर डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, शिक्षक व पीसीएस जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होकर इस विद्यालय की उपयोगिता को बेहतर साबित किया है।
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