मतदान हुआ तो क्या 1 वोट का इंतजाम कर पाएगी सपा? अखिलेश के करीबी ने बताई ये रणनीति!


लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) से राज्यसभा चुनाव के लिए घोषित उम्मीदवार पूर्व सांसद रामजीलाल सुमन, जया बच्चन और पूर्व आईएएस अधिकारी आलोक रंजन ने मंगलवार को विधानसभा पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस मौके पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव, राष्‍ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, सांसद डिंपल यादव समेत अन्‍य कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। निर्वाचन अधिकारी व विधानसभा के विशेष सचिव दुबे ने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच 16 फरवरी को पूर्वाह्न 11 बजे से की जाएगी। देश के 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव 27 फरवरी को होने हैं। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी है।

एक वोट से पिछड़ सकती है सपा!

उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 252, सपा के 108 और कांग्रेस के दो सदस्य हैं। सपा और कांग्रेस राज्य में विपक्षी दल हैं और लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए पार्टियों के गठबंधन में भागीदार भी हैं। सदन में भाजपा के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के 13 और निषाद पार्टी के छह सदस्य हैं। रालोद के नौ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के छह, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो और बसपा का एक सदस्य है। चार सीटें खाली हैं। राज्यसभा में एक सीट सुरक्षित करने के लिए एक उम्मीदवार को 37 प्रथम वरीयता वोटों की आवश्यकता होती है।

सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल के भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में जाने से राज्यसभा चुनाव के नतीजे पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सपा गठबंधन के पास इतना संख्या बल है कि वह अपने तीनों उम्मीदवारों को जिता सकती है। सपा प्रवक्ता से पूछा गया कि पार्टी अपने तीनों उम्मीदवारों को राज्यसभा पहुंचाने के लिए एक वोट से पिछड़ सकती है तो उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम सभी विधायकों से अपील करेंगे कि वे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट करें। हमारे सभी उम्मीदवार जीतेंगे।

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