हर चुनाव से पहले BSP क्यों छोड़ देते हैं साथी...तब कांशीराम ने दिया था ये जवाब!


लखनऊ। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को बड़ा झटका लग सकता है। सूत्रों की मानें तो बसपा में बड़ी टूट हो सकती है। पार्टी के सभी दस सांसद चुनाव से पहले बसपा छोड़ सकते हैं। पिछले कुछ सालों में बसपा के कई बड़े नेताओं पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। पुराने लोग भी पार्टी के साथ नहीं टिकते? बसपा के साथ ऐसा क्यों होता, इसका जवाब एक बार ख़ुद पार्टी के संस्थापक कांशीराम ने दिया था।

बसपा में टूट की खबरों के बीच सोशल मीडिया पर बसपा के संस्थापक कांशीराम का एक इंटरव्यू सामने आया है। ये इंटरव्यू राजीव शुक्ला ने लिया था, जो अब कांग्रेस पार्टी का हिस्सा हैं। इसमें उन्होंने सवाल किया कि बसपा से कई नेता नाराज होकर जा रहे हैं। उनका कहना है कि मायावती की तानाशाही रवैया है इसलिए वो चले जाते हैं। इस पर कांशीराम ने कहा कि वो मेरे बारे में तो नहीं बोलते.. मायावती क्यों अपमानित करती है ये तो वहीं जानती हैं। जब वो मिले तो उनसे पूछ लेना। कांशीराम से सवाल किया गया कि जब वो बहुजन समाज का इतना बड़ा काम कर रहे हैं तो वो पार्टी क्यों छोड़ देते है तो कांशीराम ने कहा, "जो मुझको छोड़के जाते हैं.. तो माधो चला जाता है.. और जो मिट्टी है, मिट्टी में मिल जाती है। "

दरअसल आगामी लोकसभा चुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती ने अकेले चुनाव लड़ने का एलान किया है। ऐसे में पार्टी के कई नेताओं को लगता है कि अकेले मैदान में उतरने से बसपा की हार निश्चित हैं। ऐसे में वो अपने लिए सुरक्षित ठिकाने की तलाश में जुटे हुए हैं। ख़बरों के मुताबिक़ बसपा के चार सांसद बीजेपी के संपर्क में हैं। इनमें लालगंज से बसपा सांसद संगीता आज़ाद, बिजनौर से मलूक नागर और रितेश पांडेय का नाम भी शामिल हैं। इसके अलावा बसपा के तीन सांसद सपा और तीन कांग्रेस के सम्पर्क में हैं। इनमें से ग़ाज़ीपुर सीट से बसपा सांसद अफजाल अंसारी को सपा ने पहले ही टिकट दे दिया है। इसके अलावा सहारनपुर से हाजी फजलुर्रहमान और घोसी से बसपा सांसद अतुल राय भी सपा के संपर्क में हैं। वहीं दानिश अली, श्याम सिंह यादव को कांग्रेस टिकट दे सकती है।

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