अपनी सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठे BJP नेता... फूट-फूट कर रोए, जानें पूरा मामला!



बलिया। जिले में बीजेपी नेता की प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा है। प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ नंदलाल सिंह को धरने पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में डेरा जमा दिया है। नंदलाल सिंह बीजेपी के पूर्व जिला महामंत्री और वर्तमान में चिलकरहर ब्लॉक के मंडल प्रभारी हैं।अनशन पर बैठे बीजेपी नेता की पुश्तैनी जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। पुश्तैनी जमीन सदर तहसील क्षेत्र के चेरुइंयां गांव में है। उन्होंने बताया कि शिकायत के बावजूद दबंगों पर प्रशासन एक्शन नहीं ले पाया। उन्होंने कहा कि अपनी ही सरकार में दबंगों के कब्जे से जमीन मुक्त नहीं करा पा रहे हैं।

आयुर्वेदिक यूनानी अस्पताल की जमीन पर भी दबंगों ने कब्जा कर रखा है। सुनवाई नहीं होने पर बीजेपी नेता ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में 6 नवंबर को अनशन शुरू कर दिया। अनशन की जानकारी मिलने पर पूर्व मंत्री उपेंद्र तिवारी नंदलाल सिंह से मिलने पहुंचे।बातचीत के दौरान नंदलाल सिंह भावुक हो गए। रोते-रोते उन्होंने दबंगों की करतूत और प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया। बीजेपी नेता के रोने की तस्वीर कैमरे में कैद हो गई। 7 नवंबर को वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट को अनशन पर बैठे बीजेपी नेता से मिलने के लिए भेजा। उन्होंने अनशन स्थल पर पहुंचकर 15 दिनों के अंदर कार्रवाई का भरोसा दिलाया। आश्वासन मिलने के बाद नंदलाल सिंह ने अनशन को स्थगित करने की घोषणा कर दी। उन्होंने बीजेपी के साथ 40 वर्षों से जुड़े होने की बात कही। बीजेपी सरकार के खिलाफ नाराजगी जताते हुए कहा कि क्या अब यही देखना बाकी थी।

उन्होंने बीजेपी की तुलना में सपा सरकार को बेहतर बताया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और उनके भाई धर्मेंद्र सिंह पर आरोप लगाए। बीजेपी नेता ने कहा कि दबंगों ने पुश्तैनी और आयुर्वेदिक युनानी अस्पताल की सरकारी भूमि पर कब्जा कर रखा है। मंत्री से रिश्तेदारी होने के कारण जिला प्रशासन दबंगों को शह दे रहा है। उन्होंने पुश्तैनी और सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने की मांग की।

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