गाजीपुर। माफिया मुख्तार अंसारी का सहयोगी आईएस-191 के सक्रिय सदस्य और जिले के टॉप टेन अपराधी अमित राय को करीमुद्दीनपुर पुलिस ने शुक्रवार की शाम लौवाडीह अंडर पास से धरदबोचा। पुलिस के मुताबिक रात करीब 11 बजे अपराधी को छुड़ाने के लिए उसके सौ से अधिक समर्थक लाठी-डंडा, ईंट-पत्थर से लैस होकर थाने पर पहुंचे और नारेबाजी करते हुए धावा बोल दिए। लॉकअप तक पहुंचने के कारण समर्थकों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ा। शनिवार को शातिर का चालान कर दिया गया। गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमे में जारी वारंट के तहत पुलिस जिले के टॉप-टेन अपराधी अमित राय की तलाश में जुटी हुई थी। मुखबिर की सूचना पर देर शाम पुलिस ने लौवाडीह के पास से घेराबंदी कर उसे धर दबोचा। तलाशी लेने पर उसके पास से चोरी का रिवॉल्वर और चार कारतूस बरामद हुआ। इधर, गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही अपराधी के समर्थक रात करीब 11 बजे थाने पहुंचे गए। इनमें सौ से अधिक की संख्या में महिलाएं और पुरुष शामिल थे।
स्थानीय पुलिस ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी और लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी घायल भी हो गए। वहीं, जानकारी होते ही मुहम्मदाबाद सीओ हितेंद्र कृष्ण के नेतृत्व में भांवरकोल, मुहम्मदाबाद और बरेसर थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। तब जाकर मामला शांत हुआ। दूसरे दिन पुलिस ने शातिर अपराधी का चालान कर दिया। पुलिस के मुताबिक थाने पर सौ से अधिक की संख्या में पहुंचे लोग उग्र हो गए थे। वे अमित राय को छोड़ो का नारा लगा रहे थे। पुलिस अभी मामले को शांत कराने में जुटी ही थी कि वे हवालात तक पहुंच गए। इधर ईंट-पत्थर से लैस छुड़ाने आए समर्थकों के हमले से कई पुलिस कर्मियों को भी चोटें आई। करीब एक घंटे तक करीमुद्दीनपुर थाना जंग का मैदान बना रहा। हालांकि पुलिस उन्हें थाने से दूर खदेड़ने में सफल रही। इस दौरान मुहम्मदाबाद-चितबड़ागांव मार्ग से गुजर रहे वाहन इधर-उधर खड़े हो गए। वहीं, आवाज सुनकर आसपास के गांव के ग्रामीण भी सहम गए थे।
थानाध्यक्ष देवेंद्र यादव की तहरीर पर पुलिस ने अपराधी के पिता सहित आठ के खिलाफ नामजद और 100 से अधिक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर धरपकड़ शुरू कर दी। करीमुद्दीनपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि अपराधी अमित राय के पिता राम प्रवेश राय अपने सहयोगियों के साथ लाठी-डंडा और ईंट-पत्थर से लैस होकर थाने पहुंचे और नारा लगाते हुए जबरन छुड़ाने के लिए हवालात की तरफ बढ़ने लगे थे। इस दौरान थाना परिसर में राजकीय संपत्ति को क्षतिग्रस्त भी उनके द्वारा किया गया। इस मामले में रामप्रवेश राय सहित आठ के खिलाफ नामजद और 100 से अधिक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी गाजीपुर ओमवीर सिंह ने कहा कि अमित राय जिले का टॉप-टेन अपराधी है। पिछले दिनों इसके खिलाफ रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज किया गया था। एक मामले में वारंट थी, पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। उसके पास से चोरी का रिवाल्वर बरामद हुआ है। इसे छुड़ाने के लिए उसके परिजन और सहयोगी थाने आए थे। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर पुलिस विधिक कार्रवाई करने में जुटी हुई है।
गैंगस्टर एक्ट में वांछित अमित राय करीमुद्दीनपुर और शहर कोतवाली पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। अमित पर हत्या, हत्या के प्रयास और गैंगस्टर सहित 28 मुकदमे करीमुद्दीनपुर, भांवरकोल और शहर कोतवाली में दर्ज हैं। पुलिस आंकड़ों के मुताबिक शहर कोतवाली के डिलिया गांव निवासी पप्पू गिरी को एक मुकदमे में गवाही नहीं करने के लिए शातिर अपराधी अंगद राय की शह पर अपराधी अमित राय और विश्वनाथ यादव ने जान से मारने की धमकी दी थी। साथ ही पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। इस मामले में पप्पू गिरी ने बीते तीन मार्च को अंगद राय, उसके भाई विश्वनाथ राय और थाना करीमुद्दीनपुर के जोगा मुसाहिब गांव निवासी अमित राय के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में विश्वनाथ राय जेल में बंद है, जबकि पुलिस की सख्ती से डरकर अंगद बिहार भाग गया और बीते 13 मार्च को बिहार के भभुआ जनपद में शराब की तीन बोतल के साथ गिरफ्तार किया गया। वहीं, कुख्यात अपराधी अमित फरार चल रहा था, जिसे गिरफ्तार करने के लिए जनपद पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी। लंबे इंतजार के बाद करीमुद्दीनपुर पुलिस शनिवार की देर शाम अपराधी अमित राय को गिरफ्तार करने में सफल रही।
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