पुराना पैसा भी मिलेगा वापस!
सीएम ने कहा कि पिछले नौ वर्षो मे भारत को बदलते देखा है,किसान श्रमिक देश के एजेडे मे शामिल हुआ, किसान, श्रमिक जाति मजहब के नही होते किसान श्रमिकों के नाम के नारे लगते थे,लेकिन उन्हे कभी शासन की योजनाओं का लाभ नही मिल सका। धरती माता की भी गुणवत्ता पहली बार पता लगाया गया, अन्नदाता किसान के फसलों का मूल्यांकन हुआ। सीएम ने कहा कि 2017 से 2022 तक हमने उत्तरप्रदेश मे पीएम कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत 22 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई योजना से युक्त किया।
सीएम ने कहा कि पिछले नौ वर्षो मे भारत को बदलते देखा है। किसान श्रमिक देश के एजेडे मे शामिल हुआ, किसान, श्रमिक जाति मजहब के नही होते किसान श्रमिकों के नाम के नारे लगते थे, लेकिन उन्हे कभी शासन की योजनाओं का लाभ नही मिल सका। धरती माता की भी गुणवत्ता पहली बार पता लगाया गया, अन्नदाता किसान के फसलों का मूल्यांकन हुआ। सीएम ने कहा कि 2017 से 2022 तक हमने उत्तरप्रदेश मे पीएम कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत 22 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई योजना से युक्त किया।
सीएम ने कहा कि आज एम इस पी दलहन, तिलहन फसलों ने भी दिये जा रहे है. हमारा अन्नदाता किसान हमेशा परेशान रहता था,समय पर बीज़, खाद नही मिल पाता था, हमारे लिए ये चुनौती थी, 2018 दिसंबर मे प्रधानमंत्री ने गोरखपुर मे किसान सम्मान निधि की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश के 2 करोड़ 63 लाख किसान इस योजना से आज लाभान्वित हो रहे है. आज गांवों मे भूमि विवाद समाप्त हो रहे है, पीएम स्वामित्व योजना अंतर्गत घरौनी वितरण किया जा रहा है। अबतक हमने 56 लाख परिवारों को सुविधा दी है। आगे इस वर्ष के अंत तक डेढ़ करोड़ परिवारों को इसका लाभ दे दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तकनीकी का इस्तेमाल कर रहे है। बीसी सखी, ग्राम सचिवालय इसके उदाहरण है। कृषि विभाग मे आज व्यापक बदलाव हो रहे है इसका लाभ अन्नदाता किसान को मिल रहा है। आज का वृहद अभियान 10 जून तक चलेगा, जो शिकायतें आयी है या जो मिलेंगी उनका निस्तारण भी तत्काल होगा। सीएम ने यह एलान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत समस्त पात्र कृषकों को लाभ दिलाने हेतु वृहद संतृप्तीकरण अभियान का शुभारंभ,’दर्शन’ पोर्टल के लोगो की लॉन्चिंग के दौरान किया।
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