दिनदहाड़े कांग्रेस नेता राजनारायन सिंह को मारी गई थी गोली
बसपा सरकार में वे मंत्री भी बनाए गए थे। अंगद यादव पर हत्या समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्तमान में वह जेल की सलाखों के पीछे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में निजामाबाद सीट से भाजपा ने अंगद यादव के भतीजे मनोज यादव को अपना प्रत्याशी बनाया था। 19 दिसंबर 2015 को राजनारायन सिंह निवासी सम्मोपुर थाना सिधारी टहलने के लिए घर से निकले थे। पल्हनी ब्लाक मुख्यालय के सामने घात लगा कर बैठे शूटरों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग की। मौके पर राजनारायण सिंह की मौत हो गई थी। राजनारायण सिंह की पत्नी सुधा सिंह ने पूर्व मंत्री अंगद यादव, अपने पट्टीदार सुनील सिंह को नामजद किया था।
पुलिस की विवेचना में शूटर के रूप में सरफूद्दीनपुर मुहल्ला निवासी अरूण यादव और शैलेश यादव का नाम प्रकाश में आया। पूर्व मंत्री समेत सभी आरोपी वर्तमान में जेल की सलाखों के पीछे हैं। राजनारायण सिंह हत्याकांड में चारों अरोपियों को आजीवन कारावास की सजा दी गई। तो वहीं इस प्रकरण में लगे गैंगस्टर के मामले में कोर्ट ने चारों अभियुक्तों को सात-सात साल की सजा के साथ ही 10-10 हजार के जुर्माने से दंडित किया।
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