गोरखपुर। 31 दिसंबर को बिहार के भभुआ जिले की निवासी सरिता का शव बेलीपार इलाके के ककरोखोर के पास मिला था। सरिता के पास मिले रेलवे पास की मदद से पहचान कर पुलिस, उसके पिता रामरत्न सिंह तक पहुंची और फिर आरोपी मारुति नंदन मौर्या को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर दिया। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भिजवा दिया।पकड़ा गया आरोपी मारुति नंदन मौर्या उर्फ पवन, बेलीपार इलाके के बरबसपुर का निवासी है। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर व एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह ने पुलिस लाइंस सभागार में प्रेस कांफ्रेंस कर घटना का पर्दाफाश किया।
एसपी ने बताया कि 2018 में फेसबुक के जरिये मारुति नंदन और सरिता की दोस्ती हुई थी। उसके बाद दोनों साथ में वाराणसी में रहने लगे। वाराणसी में युवक ने किराये पर कमरा लिया था। मारुति नंदन ने उसे गोरखपुर लाने का काफी प्रयास किया, लेकिन उसने मना कर दिया। इसके बाद मारुति नंदन ने सरिता को लखनऊ पहुंचा दिया। सरिता ने नर्सिंग का कोर्स किया था। उसे लखनऊ में एक नर्सिंग होम में काम भी मिल गया। एसपी ने बताया कि मारुति नंदन को संदेह था कि सरिता किसी और से भी बात करती है। 
उधर, सरिता के घरवालों को जब इसकी जानकारी हुई कि वह मारुति नंदन के साथ रहती है तो उन्होंने बिहार में की गई सरिता की सगाई को तोड़ दी। इस बीच मारुति नंदन गोरखपुर अपने घर आ गया। 30 दिसंबर को उसने सरिता को फोन कर घूमाने के लिए बुलाया। उसकी बातों पर यकीन करते हुए सरिता गोरखपुर आ गई।
उन्होंने बताया कि मारुति नंदन ने उसे ट्रांसपोर्टनगर के पास बाइक से रिसीव किया, फिर घूमने गया। गांव से कुछ दूरी पर ले गया, जहां पर कोहरे की वजह से कुछ साफ नहीं दिख रहा था। वहीं पर दोनों के बीच किसी अन्य से बात करने पर बहस हो गई। इसके बाद मारुति नंदन ने सरिता के चेहरे पर वार किया और फिर गला दबाकर हत्या कर दी।

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