बाटला हाउस एनकाउंटर: दोषी शहजाद की दिल्ली के एम्स में इलाज के दौरान मौत...

2010 में पुलिस ने उसके घर बिलरियागंज क्षेत्र से किया था गिरफ्तार


आजमगढ़।
आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन का सक्रिय शहजाद अहमद की शनिवार को दिल्ली के एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। शहजाद अहमद साल 2008 के बाटला हाउस एनकाउंटर में दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की हत्या करने का दोषी ठहराया गया था। वर्तमान में वह तिहाड़ जेल में बंद था और तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शहजाद की मौत की सूचना मिलते ही परिवार के लोग दिल्ली रवाना हो गए हैं।

वर्ष 2008 में दिल्ली के बाटला हाउस मुठभेड़ में आजमगढ़ जिले के कई युवाओं का नाम सामने आया था। इनमें बिलरियागंज थाना क्षेत्र के नसीरपुर खालीसपुर गांव निवासी शहजाद अहमद भी शामिल था। बाटला हाउस में पुलिस मुठभेड़ के दौरान शहजाद मौके से भाग निकलने में सफल हो गया था। वर्ष 2010 में पुलिस ने शहजाद को उसके बिलरियागंज क्षेत्र स्थित घर से गिरफ्तार किया था। 2014 में कोर्ट ने शहजाद को शहीद इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा के मौत मामले में दोषी करार दिया था। तब से ही शहजाद दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद था। कुछ दिनों पूर्व उसकी जेल में तबीयत खराब हुई तो जेल प्रशासन ने उसे एम्स में भर्ती कराया। जहां शनिवार को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत की सूचना घर पहुंचते ही परिवार के कुछ लोग दिल्ली रवाना हो गए है। शहजाद पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर था।

दरअसल, 13 सितंबर 2008 को दिल्ली में सीरियल बम धमाके हुए थे। ब्लास्ट में 26 लोग मारे गए थे, जबकि 133 घायल हो गए थे। दिल्ली पुलिस ने जांच में पाया था कि बम ब्लास्ट को आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन ने अंजाम दिया था। मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस को 19 सितंबर को सूचना मिली कि इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी जामिया नगर के बाटला हाउस में मौजूद हैं।दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा के नेतृत्व में टीम जब आतंकवादियों के ठिकाने पर पहुंची तो पुलिस टीम के ऊपर फायरिंग की गई। आतंकियों की ओर से चली गोली इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा को गोली लगी और वे शहीद हो गए थे। मुठभेड़ में दो आतंकवादी भी मारे गए।

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