बुलंदशहर। बीते 20 नवंबर को गाजियाबाद के नंदग्राम से अपहरण कर किशोरी की चलती कार में गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को कोतवाली देहात के जंगल में छिपा दिया। गाजियाबाद की विजयनगर पुलिस की टीम ने तीन आरोपितों को लेकर जंगल में गन्ने के खेत में पहुंची और बंद बोरी में किशोरी का शव बरामद किया है. कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव सराय छबीला के जंगल में पहुंची गाजियाबाद पुलिस की टीम ने गन्ने के खेत में शव की खोजबीन शुरू की. गन्ने के खेत में प्लास्टिक के बोरे में अपहृत खुशी का शव बरामद किया गया. एएसपी अनुकृति शर्मा ने बताया कि गाजियाबाद के नंदग्राम क्षेत्र की नई बस्ती निवासी कक्षा सात की छात्रा खुशी का 20 नवंबर को कार सवारों ने अपहरण कर लिया था.
खुशी अपने मामा सुनील के घर पर बचपन से रहती थी. जबकि खुशी के पिता सोनू मूल रूप से गांव टोकी मनोली में स्वजन सहित रहते हैं. उन्होंने बताया कि अपहृत खुशी से आरोपितों ने पिता सोनू का नंबर लिया और तीन दिन में 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. गाजियाबाद पुलिस द्वारा पकड़े गए तीन बदमाशों ने बताया कि अपहरण के बाद वह कार से बुलंदशहर-अलीगढ़ हाइवे की ओर निकले और शोर शराबा करने पर खुशी की दादरी में ही चलती कार में गला दबाकर हत्या कर दी थी. प्लास्टिक के बोरे में शव रखकर सराय छबीला गांव के जंगल में स्थित गन्ने के खेत में फेंक दिया था. कोतवाली देहात प्रभारी जयकरण सिंह ने बताया कि गाजियाबाद पुलिस द्वारा पकड़े गए तीन अपहरणकर्ताओं में दो नंदग्राम के ही रहने वाले हैं. जबकि इनमें एक अपहरणकर्ता कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव बंगला पूठरी का रहने वाला है.
उन्होंने बताया कि काफी दिनों से अपहरणकर्ता गाजियाबाद में एक कंपनी में नौकरी करता है और अन्य बदमाशों के साथ मिलकर छात्रा के अपहरण की वारदात को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि यह अपहरणकर्ता क्षेत्र से वाकिफ है और सुनसान स्थान पर ले जाकर गन्ने के खेत में शव छिपाने की इसी बदमाश ने योजना बनाई थी. एसएसपी गाजियाबाद श्लोक कुमार सिंह ने बताया कि नंदग्राम से 20 नवंबर को छात्रा का अपहरण 30 लाख रुपये की फिरौती के लिए किया गया था. हिरासत में लिए गए बदमाशों की निशानदेही पर सराय छबीला के जंगल में उसका शव बरामद हुआ है. शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. प्रथम दृष्टया दुष्कर्म की घटना सामने नहीं आई है, पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा.
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