मेरठ। शायद ही मिथिलेश ने सोचा होगा कि दस साल की मोहब्बत का इस कदर अंत होगा। आज सुबह गांव के बाहर कचरा डालने के लिए जा रही थी कि उसके प्रेमी ने आवाज देकर उसे चेतावनी दी कि वह उसकी नहीं हो सकी तो उसे किसी ओर की होने का भी हक नहीं है। प्रेमी की आवाज सुनकर मिथिलेश ने पलटकर देखा ही था कि प्रेमी ने उस पर तमंचा तान दिया और उसे गोली मार दी। मिथिलेश जान बचाकर भागने की कोशिश की लेकिन प्रेमी ने उसे फिर से गोली मार दी। मिथिलेश घायल होकर सड़क किनारे घास में गिर पड़ी। प्रेमी खून से लथपथ जमीन पर तड़प रही प्रेमिका के पास पहुंचा और उससे लिपटकर रोने लगा। इसक बाद प्रेमी ने फिर से तमंचा लोड़ किया और उठाया खुद को गोली से उड़ाया दिया।
दरअसल, दुर्वेशपुर गांव निवासी धीर सिंह की पत्नी मिथिलेश (44) मजदूरी करती थी। दस साल पहले उसकी गांव के ही किरण पाल (45) से दोस्ती हो गई। किरण पाल ठेकेदार था। गांव में दोनों के घरों के बीच केवल 400 मीटर की दूरी है। दोनों एक ही बिरादरी से थे। दोनों के बीच दस साल से नजदीकी संबंध थे। इसको लेकर कई बार दोनों के परिवार के लोगों को संदेह भी हुआ लेकिन बदनामी के डर से कोई बोलता नहीं था। शुक्रवार सुबह 45 साल के प्रेमी ने 44 साल की प्रेमिका मिथिलेश की हत्या कर दी। यह वारदात बीच गांव में हुई। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। गांव में प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि महिला जब अपने घर से कचरा डालने निकली थी तभी पीछे से किरण पाल भी पहुंच गया और आवाज लगाई कि मिथिलेश तू मेरी तो नहीं हो सकी, किसी और की भी नहीं होने दूंगा...., आज तू जिंदगी भी खत्म समझ लेना।
महिला कुछ समझ पाती इससे पहले ही किरण पाल ने प्रेमिका को गोली मार दी। पुलिस ने अंदेशा जताया है कि दोनों एक-दूसरे से प्यार करते थे लेकिन अब किसी कारण से महिला किरण पाल से पीछा छुड़ा रही थी, जिसके विरोध में किरण पाल ने उसे गोली मार दी और फिर खुद को भी गोली मार ली। सीओ पूनम सिरोही ने बताया की महिला की दो बेटियों की शादी हो चुकी है, जबकि महिला के प्रेमी के चार बच्चे हैं। मौके पर फोरेंसिक टीम भी पहुंची। पुलिस ने दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।

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