नई दिल्ली। सिविल सेवा में जाने का सपना लगभग हर ग्रेजुएट होता है। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली अखिल भारतीय सेवाओं के लिए परीक्षा और विभिन्न राज्य लोक सेवा आयोगों द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रांतीय सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी में हर वर्ष लाखों उम्मीदवार सम्मिलित होते हैं। हालांकि, इनमें से कुछ हजार ही आखिर में सफलता पाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि सिविल सेवा में जान के लिए उम्मीदवारों को कुछ क्वालिटीज का होना आवश्यक है, जिसकी टेस्टिंग एग्जाम बॉडी अपने सेलेक्शन प्रॉसेस करती है। ऐसे में उम्मीदवारों में इन क्वालिटीज का होना जरूरी है और अगर नहीं है तो सफल होने के लिए इन्हें डेवेलप करना आवश्यक है। आइए जानते हैंः-
आईएएस ऑफिसर बनने के लिए सबसे जरूरी गुण एक उम्मीदवार में नेतृत्व क्षमता का होना है। चाहे किसी भी विभाग या कैडर में तैनाती दी गई हो, सिविल सेवक से अच्छे लीडर होने की अपेक्षा की जाती है। आईएएस ऑफिसर में अपनी टीम को विकास और बेहतरी के लक्ष्य की ओर ले जाने की क्षमता होनी चाहिए। यह अच्छे लीडरशिप स्किल से ही संभव है।
एक आईएएस अधिकारी कई मौकों पर खुद को ऐसी संवेदनशील स्थिति में पाता है जहां त्वरित निर्णय आवश्यक होते हैं। इसके लिए यह आवश्यक है कि वह विपरीत परिस्थितियों में भी ठंडे दिमाग से स्पष्ट रूप से सोच सके और सभी उपलब्ध विकल्पों पर विचार करके उनमें से प्रत्येक के परिणामों पर विचार कर सके। इसके आधार पर सोच-समझकर फैसला लागू करे। आपात स्थितियों में यह सभी अत्यंत कम से कम समय में करना पड़ता है, इसलिए आईएएस ऑफिसर में निर्णय लेने की क्षमता हाई लेवल की होनी चाहिए।
हमारे देश में सिविल सेवकों के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि विविधताओं से भरे हमारे देश में विभिन्न क्षेत्रों में समस्याएं भी भिन्न होती हैं और कोई भी समाधान हर जगह लागू नहीं होता है। ऐसे में गैर-परंपरागत तरीके से सोचने की क्षमता होनी बेहद जरूरी है। कई स्थितियों में चल रहे ढर्रे से अलग और लीक से हटकर सोच और काम करने की अपेक्षा आईएएस ऑफिसर से की जाती है।
आईएएस ऑफिसर बनने और इसमें सफल होने के लिए अच्छे संचार कौशल का होना आवश्यक है। संचार बोलकर भी हो सकता या लिखकर। अपने आप को बेहतरीन तरीके से व्यक्त करते हुए अधीनस्थों को निर्देश देने से किसी तरह की गलतफहमी या गलत संचार की गुंजाइश नहीं रहेगी। इसके अतिरिक्त, आईएएस अधिकारियों को समय-समय पर उच्च पदों पर आसीन विशिष्ट व्यक्तियों से भी मिलना होता है। इन मौकों पर गुड कम्युनिकेशन स्किल भी काम आती है।
अंत में, किसी भी आईएएस ऑफिसर में देशभक्ति का गुण अवश्य होना चाहिए क्योंकि आखिर में उन्हें देश की ही सेवा करनी है। उसे भविष्य का भारत बनाना है। एक सच्चा देशभक्त ही अपने देश और नागरिकों के लिए सर्वश्रेष्ठ सेवा कर सकता है। इसके साथ ही, ईमानदारी की गुण होना जरूरी है क्योंकि सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार आज सबसे बड़ी समस्या है। एक आईएएस अधिकारी के पास इस समस्या से निपटने की क्षमता विकसित करनी चाहिए।

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