उत्तराधिकार विवाद में फांसी लगाकर प्रबंधक ने दी जान, सुसाइट नोट में बेटी से मुखाग्नि देने की जताई इच्छा!



देवरिया। जनपद के रुद्रपुर नगर से सटे अहलादपुर मरकड़ी गांव के एक स्कूल प्रबंधक ने फंदे से लटक कर जान दे दी। घटना के पीछे परिवार के बीच स्कूल में उत्तराधिकार विवाद बताया जा रहा है। घटना स्थल से पुलिस को सात पेज का सुसाइड नोट मिला है। प्रबंधक अमित यादव के शव के पास मिले सात पेज के सुसाइड नोट में उन्होंने आत्महत्या करने के बाद पत्नी नीतू से माफी मांगी है। जिसमें लिखा है कि नीतू मुझे क्षमा करना, बेटी का ख्याल रखना। मेरे शरीर को बेटी आराध्या ही मुखाग्नि देगी, तो मुझे शांति मिलेगी। मेरा सपना है, बेटी अधिकारी बने। परिजन बेटी को उसका हक, अधिकार जरूर मिलेगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार, अहलादपुर मरकड़ी गांव के हरीशचंद यादव का छोटा बेटा अमित यादव (35) मझने पुल के समीप एलबीआर स्कूल के प्रबंधक थे। वह चार साल पहले स्कूल की स्थापना कर संचालित कर रहे थे। स्कूल में प्रबंधक तंत्र के उत्तराधिकार को लेकर विवाद बताया जा रहा है।

सोमवार की रात स्कूल परिसर में स्थित आवास के कमरे में करीब नौ बजे पत्नी ने फंदे से लटकता शव देख शोर मचाना शुरू किया। रस्सी का फंदा बनाकर छत की कुंडी से वह लटक गए थे। बगल में मेज पर सात पेज का सुसाइड नोट छोड़े गए। जिसमे छह पेज लाल और एक पेज नीली स्याही से लिखा है। उन्होंने आत्महत्या करने के लिए स्कूल के प्रबंधकीय विवाद को बताया। परिजनों से स्कूल के प्रबंधकीय उत्तराधिकार को लेकर एक महीने से विवाद चल रहा है। जिसको लेकर तीन दिन पहले स्कूल में भी बहस हुई थी। घटना के बाद सुसाइड नोट में विवाद के आरोपी परिजन फरार हो गए। प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र सिंह ने कहा कि घटना स्थल पर मिले सुसाइड नोट की लिखावट और किसी परिस्थिति में लिखा गया है, इसकी जांच की जा रही है। घटना के पीछे सुसाइड नोट के मुताबिक प्रबंधकीय विवाद है। पुलिस गहनता से जांच कर रही है। अभी कोई तहरीर नहीं मिली है।

Post a Comment

0 Comments