सफेदपोशों व ठेकेदारों के संपत्तियों का ब्यौरा जुटाने में लगा पुलिस प्रशासन
मऊ। योगी सरकार द्वारा बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी गिरोह आइएस-191 के विरुद्ध धड़ाधड़ कार्रवाई चल रही है। मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़ सहित पूर्वांचल के कई जनपदों में गिरोह के सिडिकेट के तोड़ने के लिए अभियान चल रहा है। मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े हर सिडिकेट को निशाने पर रखा गया है। इससे जुड़े अपराधियों पर गैंगस्टर, गुंडा एक्ट जहां लगाया जा रहा है, धड़ाधड़ अवैध संपत्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। जनपद में पुलिस प्रशासन ने सिडिकेट से जुड़े कई लोगों को चिह्नित किया है। गिरोह से जुड़कर अवैध संपत्तियां अर्जित करने वालों की संपत्ति जब्त होगी। इसमें नामचीन सफेदपोश व चर्चित ठेकेदार भी शामिल हैं।
जनपद के पीडब्ल्यूडी, जिला पंचायत व आरइएस के ठेकों पर मुख्तार गिरोह का सिक्का चलता था। वर्ष 2017 के बाद योगी सरकार शासन द्वारा गिरोह के विरुद्ध अभियान छेड़े जाने के बाद गिरोह से जुड़े हर शख्स को चिह्नित किया जा रहा है। पुलिस प्रशासन सफेदपोशों व ठेकेदारों के संपत्तियों का ब्यौरा जुटाने में लगा है। गिरोह से जुड़े एक-एक लोगों की वैध- अवैध संपत्ति की जांच की जा रही है। शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन अवैध संपत्तियों का जब्तीकरण करेगा। इसमें कई चर्चित ठेकेदारों से लेकर सफेदपोश शामिल हैं। पुलिस के रडार पर सबसे अधिक ठेकेदार हैं। लोक निर्माण विभाग, जिला पंचायत व आरइएस के ठेकेदारों के संबंध खंगाले जा रहे हैं। अगर गिरोह से संबंध जुड़ा साबित हुआ तो कई ठेकेदारों पर गाज गिरनी तय हैं। हालांकि इसके पहले भी मछली व्यवसाय, अवैध बुचड़खाना, अवैध वसूली तथा शस्त्र लाइसेंस आदि पर कार्रवाई भी हो चुकी है।
अब तक हो चुकी है कार्रवाई
- गैंग से जुड़े 56 लोगों पर लगा गैंगस्टर
- 25 हजार के 52 इनामी गिरफ्तार
- 13 लोगों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित
- गिरोह से जुड़े 76 लोगों पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई
- कई टेंडर हुए निरस्त
- 06 ठेकेदारों का चरित्र प्रमाण पत्र निरस्त
- एक दर्जन लोगों की हिस्ट्रीशीट खोली गई
पुलिस अधीक्षक सुशील घुल ने बताया कि मुख्तार अंसारी गिरोह आइएस 191 से जुड़े ठेकेदारों सहित सफेदपोशों को चिह्नित किया जा रहा है। गिरोह से जुड़कर जिन लोगों ने अवैध संपत्ति अर्जित किया है, सभी की अवैध संपत्तियां जब्त की जाएंगी। कानून-व्यवस्था में व्यवधान पैदा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
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