लखनऊ। फतेहपुर के गाजीपुर थाना इलाके के लमेहटा गांव में एक कमरे में दंपती के शव के मिलने के मामले में पुलिस दोनों के मोबाइल नंबरों की सीडीआर खंगालने में जुट गई है। पुलिस ने गांव के कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। घटनास्थल पर मौजूद रहे उस रिश्तेदार से पूछताछ जारी है, जिसके पास मुकेश ने कॉल कर हत्या की आशंका जताई थी। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है, जिससे कोई भी कड़ी न छूट जाए। रिश्तेदार के मुताबिक, मुकेश कई दिनों से डरा महसूस कर रहा था। उसने यह बात खुद उसे फोन पर बताई थी। वहीं मां के मुताबिक बेटे की मानसिक हालत भी ठीक नहीं थी। लमेहटा गांव के मुकेश और गुड़िया की गोली लगने से मौत पर ग्रामीण तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। हत्या के बाद आत्महत्या के साथ लोग दोनों की हत्या का भी आशंका जता रहे हैं। दंपती के कमरे के दरवाजे खुले थे। गोली कब चली, इसके बारे में किसी को पता नहीं लगा। इसी वजह से ग्रामीणों को लग रहा है कि किसी ने दोनों की कहीं गोली मारकर हत्या तो नहीं कर दी।
बांदा निवासी रिश्तेदार ने पुलिस को बताया कि दिल्ली से लौटने के बाद गांव में मुकेश खुद को असहज महसूस कर रहा था। मुकेश ने उसे करीब 15 दिन पहले कॉल की थी। वह कॉल पर पत्नी को लेकर अपनी हत्या की आशंका जता रहा था। उसने बताया था कि पत्नी की हत्या कर उसे फंसाया जा सकता है। कहीं पत्नी के भटकने की बात कही थी। इन बातों को रिश्तेदार ने मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड भी किया था। हालांकि रिकार्डिंग में रिश्तेदार इस बात का प्रमाण पूछ रहा है कि आखिर उसे किससे खतरा है, कौन उसकी हत्या करना चाहता है। इस सवाल के जवाब में पत्नी के गांव के ही कुछ लोगों से संबंध होने की बात कहता है।
मां शांति देवी ने बताया कि बेटे की कुछ माह से मानसिक हालत ठीक नहीं थी। उसका दिल्ली में भी इलाज चल रहा था। बेटा बागेश्वर धाम के बालाजी से बृहस्पतिवार को दर्शन कर लौटा था। यहां भी झाड़फूंक कराने कोर्राकनक गांव गया था। वह शनिवार को झाड़फूक के बाद बहुआ में किसी डॉक्टर के पास हाईड्रोसील की समस्या दिखाकर लौटा था। बेटा कुछ दिन से डरा महसूस कर रहा था। घटनास्थल वाले घर में मुकेश के सिर्फ मां और पिता रहते हैं।
पास में ही मुकेश का घर अलग बना है। इस घर के आसपास कोई घर नहीं है। मां ने बताया कि बेटा शाम को बहुआ से लौटने के बाद बोला था कि वह रात को उनके यहां सोएगा। इसके बाद आकर बहू के साथ सोया था। आठ वर्षीय बच्ची के रोने पर जब वह कमरे में पहुंचीं तो उन्होंने देखा कि बेटा, बहू के ऊपर लेटा था। उसके शरीर पर एक भी कपड़े नहीं थे। इस पर उन्होंने उसे घसीटकर अलग कर दिया था।
पिता लखन निषाद ने बताया कि बेटे और बहू में अक्सर विवाद होता था। विवाद क्यों होता था वे इस बारे में कुछ नहीं बता सकते हैं। लखन ने पहली पत्नी की मौत के बाद दूसरी शादी शांति से की थी। पहली पत्नी का बेटा मुखलाल गांव में अलग रहता है। दूसरी पत्नी से मुकेश, राकेश और नरेश थे। मुकेश के भाई राकेश और नरेश दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। थानाध्यक्ष हनुमान प्रताप सिंह ने बताया कि मोबाइल सीडीआर में मिलने वाले संदिग्ध नंबरों के आधार पर कुछ लोगों की धरपकड़ की जा रही है। साथ ही कुछ लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ भी हो रही है। तमंचा कहां से आया, इसकी जानकारी भी जुटाई जा रही है।
फतेहपुर के गाजीपुर थाना क्षेत्र के लमेहटा गांव में रविवार तड़के चरित्र पर संदेह के चलते पति ने पहले पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में खुद को गोली मार कर जान दे दी। दोनों के शव एक ही चारपाई पर खून से लथपथ पड़े मिले। पुलिस ने मौके से 315 बोर का तमंचा और दो खोखे बरामद किए हैं। बांदा और हमीरपुर से पहुंचे महिला पक्ष ने लोगों ने दोनों की हत्या की आशंका जताई है। पुलिस के मुताबिक, लमेहटा गांव निवासी मुकेश निषाद (30) दिल्ली में पेंटिंग का काम करते थे। वर्ष 2019 में हमीरपुर जिले के जमुना घाट की रहने वाली गुड़िया (27) से उन्होंने प्रेम विवाह किया था। दोनों की तीन बेटियां प्रियांशी (5), दिव्यांशी (3) और आठ माह की जिव्यांशी हैं। कुछ समय से गुड़िया भी दिल्ली में मुकेश के साथ ही रह रही थी। दोनों एक माह पहले ही वह गांव लौटे थे।प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पति पत्नी के चरित्र पर शक करता था। इसी वजह से पहले उसने पत्नी की हत्या की और बाद में खुद को गोली मार ली। फिर भी महिला पक्ष की शिकायत पर अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है।- महेंद्र पाल सिंह, एएसपी

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