मरना है तो मर जाओ...साढू-साली के सामने क्यों गिड़गिड़ाए थे कारोबारी दम्पति...वापस लौटकर बेटी संग दी जान!


लखनऊ। राजधानी के चौक के अशरफाबाद में पत्नी और बेटी संग कपड़ा व्यापारी शोभित रस्तोगी की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने उनके साढू़ विवेक सिद्धार्थ और साली मुदिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मंगलवार को शोभित के भाई शरद ने आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में दोनों पर केस दर्ज कराया था। शरद के मुताबिक, उनके छोटे भाई शोभित पत्नी सुचिता और बेटी ख्याति के साथ अशरफाबाद वाले मकान में रहते थे। शोभित का साढू़ विवेक पत्नी मुदिता के साथ नेपाल के त्रिभुवन चौक नेपालगंज में रहते हैं। आरोप है कि दोनों ने मिलकर शोभित से लाखों रुपये उधार लिए थे। दोनों ने रुपये वापस नहीं दिए। इस कारण शोभित पर कर्ज हो गया था। इसी वजह से वो परेशान थे। शोभित की पत्नी सुचिता को मायके की पैतृक संपत्ति हिस्सा मिलना था। आरोपी हिस्सा नहीं देना चाहते थे। उधार के रुपये और संपत्ति में हिस्से की बात करने शोभित परिवार के साथ आरोपियों से मिलने नेपालगंज गए थे।
शरद के मुताबिक, उनके छोटे भाई शोभित ने वहां पर दोनों से मिन्नतें की। गिड़गिड़ाए भी, लेकिन आरोपियों का दिल नहीं पसीजा। आरोपियों ने कहा कि रकम और संपत्ति में हिस्सा नहीं मिलेगा। मरना है तो मर जाओ। शोभित को यह बात चुभ गई। शोभित ने ये बात भाई शेखर वह अन्य लोगों को भी बताई थी। एसीपी राजकुमार सिंह का कहना है कि छानबीन में पता चला है कि आरोपी ससुराल की संपत्ति को धीरे-धीरे अपने परिवार के नाम करा रहे थे।
यूपी की राजधानी लखनऊ के चौक स्थित अशरफाबाद इलाके में कर्ज के बोझ तले दबे एक कपड़ा व्यापारी शोभित रस्तोगी (45) ने पत्नी और बेटी के साथ जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। घटना की जानकारी तब हुई, जब सोमवार तड़के हालत बिगड़ने पर शोभित की बेटी ने बड़ी मम्मी को फोन कर घटना की जानकारी दी। जब तक परिवारवाले पहुंचते, तीनों की मौत हो चुकी थी। घटनास्थल से शोभित का सुसाइड नोट मिला है, इसमें कर्ज से परेशान होने के कारण जान देने की बात लिखी थी। शोभित तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनकी राजाजीपुरम ई ब्लॉक में जुगल फैशन पॉइंट के नाम से दुकान थी। उनकी बेटी ख्याति लखनऊ पब्लिक स्कूल में हाईस्कूल की छात्रा थी। उनके भाई शरद और शेखर राजा बाजार में रहते हैं।
शेखर ने बताया कि सोमवार तड़के 4.30 बजे ख्याति ने उनकी पत्नी तृप्ति को फोन कर माता-पिता की तबीयत बिगड़ने की बात बताई। कहा कि जल्दी से डॉक्टर लेकर आइए और फोन कट गया था। शेखर भागकर शोभित के घर पहुंचे तो कमरा भीतर से बंद मिला। इसके बाद उन्होंने दूसरी चाबी से दरवाजा खोला। भीतर जाने पर शोभित व ख्याति (16) बेडरूम में बिस्तर पर पड़े मिले।
वहीं, शोभित की पत्नी सुचिता (43) आंगन में पड़ी मिलीं। तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था। तीनों को ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शेखर के मुताबिक, शोभित परिवार के साथ एक सप्ताह पहले अयोध्या और नीमसार मिश्रिख गए थे। वहां से लौटने के बाद रविवार रात में 11.30 बजे उनकी नक्खास स्थित कपड़े की दुकान पर प्रसाद देने आए थे। शोभित ने बताया था कि वह मिश्रिख स्थित ससुराल जा रहे हैं। पौधों में पानी देने के लिए उन्होंने अपने घर की चाबी भी दी थी। इस दौरान वह बहुत सामान्य थे।
मोहल्ले के लोगों ने बताया कि शोभित ने बैंक से 40-50 लाख का लोन ले रखा था। बैंक वाले रिकवरी के लिए अक्सर उनके घर पर आते थे। इसको लेकर शोभित परेशान थे। वहीं, शेखर का कहना है कि उनके भाई ने कभी परेशानी का जिक्र ही नहीं किया था। रविवार रात भी बातचीत में नहीं लगा कि शोभित ऐसा कदम उठा सकते हैं। पुलिस का मानना है कि शोभित ने पत्नी और बेटी के साथ आत्महत्या करने के लिए पहले से तैयारी कर रखी थी। उन्होंने एक दिन पहले अपने घर की चाबी भाई को दे दी थी। रविवार देर रात शोभित ने कोल्ड ड्रिंक की बोतल में कुछ टैबलेट और अन्य जहरीला पदार्थ मिलाकर खुद पिया और पत्नी व बेटी को भी पिलाया। जहां सुचिता का शव मिला, वहां पर कुछ टूटी चूड़ियां मिलीं। फोरेंसिक टीम ने सुसाइड नोट, कोल्ड ड्रिंक की बोतल व अन्य सामान को कब्जे में लिया है। परिजनों ने भी किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है।

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