मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। यूपी के कन्नौज में तिर्वा स्थित मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को भाजपा की ओर से आयोजित बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर सम्मान कार्यक्रम में हंगामा हो गया। नौकरशाह से नेता बने योगी आदित्यनाथ सरकार में जबरन दलित चेहरा बनाये जा रहे समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने जैसे ही मंच पर पहुंचकर संबोधन शुरू किया, लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। समझाने पहुंचे पुलिस वालों से भी धक्कामुक्की की गई। बाद में पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं ने जैसे-तैसे लोगों को समझाकर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। बताया जा रहा कि हंगामा करने वाले लोग प्रेमी संग गई एक युवती को परिजनों के हवाले करने की मांग कर रहे हैं। आरोप है कि पुलिस उनका सहयोग नहीं कर रही है। हंगामे और नारेबाजी का वीडियो भी वायरल हो रहा है। हालांकि हम इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करते है।
सम्मान कार्यक्रम में मंत्री असीम अरुण के अलावा जिले की प्रभारी मंत्री रजनी तिवारी, पूर्व सांसद सुब्रत पाठक, विधायक कैलाश राजपूत, भाजपा जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत सहित जिले के तमाम भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। पूर्व सांसद सुब्रत पाठक के संबोधन के बाद जैसे ही मंत्री असीम अरुण ने बोलना शुरू किया, कुछ लोगों ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी। अचानक हुए इस हंगामे से अफरातफरी मच गई। कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें संभालने का प्रयास किया। मंच से मंत्री असीम अरुण ने भी उनसे शांत रहने की अपील करते हुए कहा कि जो भी विवाद है, उसे नियमपूर्वक सुलझाया जाएगा। बावजूद, लोग हंगामा करते रहे। काफी समझाने के बाद लोग माने और कार्यक्रम आगे बढ़ा।
इस संदर्भ में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने को बताया कि एक युवती किसी युवक के साथ चली गयी थी। पुलिस ने उसे बरामद किया तो उसने अपने बयानों में शादी की बात कही और प्रेमी के साथ रहने को कहा।कुछ लोग इस मामले की सिफारिश कर रहे थे कि युवती को परिजनों के साथ भेजा जाये। दोनों बालिग हैं और साथ रहने को राजी हैं। ऐसे में कानूनी हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता। यही वजह थी कि कुछ लोगों ने हंगामा कर दिया।यह पूरी तरह गलत है, उनसे बात की जायेगी।
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