लखनऊ। प्रदेश के बरेली में शुक्रवार शाम एक व्यक्ति ने पुत्रवधू को बेचे जाने के शक में अपने तहेरे नाती (छोटे भाई का नाती) को गोली मार दी। गोली लगते ही युवक की मौत हो गई। वारदात से गांव में सनसनी फैल गई। मामला बरेली के थाना भमोरा क्षेत्र के इस्लामाबाद गांव का है। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। घटनास्थल से पुलिस ने एक तमंचा और तीन कारतूस बरामद किए हैं। साथ ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस्लामाबाद गांव निवासी अखिलेश शुक्रवार शाम पांच बजे खाना खाकर घर से बाहर निकला था। वहां वह दोस्तों से बात कर रहा था। इसी बीच उसके तहेरे दादा (दादा के बड़े भाई) पुत्तन सिंह यादव ने अखिलेश पर गोली चला दी। गर्दन में गोली लगने से अखिलेश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मृतक सिर्फ 19 साल का था। पहली गोली मारने के बाद आरोपी ने दोबारा से फायर करने ही वाला था की अखिलेश के पिता ने लोड तमंचा छीनने का प्रयास किया। हाथापाई में अखिलेश के पिता अमरपाल को भी गोली लग गई। मौका पाकर आरोपी गांव के पश्चिम की ओर में भाग गया। मौके पर पहुंची पुलिस आरोपी को पकड़ने निकली तो वो पुआल के ढेर के पास बैठा मिला। आरोपी के पास से एक कारतूस भी बरामद की गई है।
अखिलेश अपने पिता का इकलौता पुत्र था। वह बरेली से आईटीआई कर रहा था। परिजन उसकी शादी की तैयारी में थे। पुत्तन व अमरपाल दोनों एक ही फैक्ट्री में काम करते हैं। दोनों की ससुराल भमोरा थाना क्षेत्र के गांव त्रिकुनिया में है। पुत्तन के दो पुत्र व दो पुत्रियां हैं। पत्नी की कई वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी। बेटियों की शादी हो गई है। जानकारी के अनुसार तीन साल पहले पुत्तन अपने बेटे मनीष के लिए दूसरे जिले से बहू लाए थे। इसमें 1.50 लाख रुपये का खर्च आया था। कुछ दिन बाद ही मनीष की पत्नी चली गई। एक वर्ष बाद 1.50 लाख रुपये खर्च कर दूसरी महिला को लाया गया। कुछ दिन बाद दूसरी महिला भी मनीष को छोड़कर चली गई। पुत्तन को शक था कि अखिलेश ने ही उसे कहीं भेज दिया है। शक के आधार पर ही उसने बदला लेने के लिए अखिलेश की हत्या कर दी। इस संबंध में एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि प्रथम दृष्टया पारिवारिक विवाद में हत्या का मामला सामने आया है। मौके से तमंचा और कुछ कारतूस बरामद किए गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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