गाजीपुर। जमानिया कोतवाली क्षेत्र के दौदाही गांव निवासी शिव बच्चन सिंह नेवी से रिटायर्ड अधिकारी हैं। शिव बच्चन सिंह के पास साइबर ठग का कॉल आया। ठग ने खुद को दिल्ली पुलिस का सब इंस्पेक्टर विजय बताकर बात की और कहा कि उनके बेटे सुनील कुमार सिंह को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया है। यह समझाते हुए कि बेटे को छुड़ाने के लिए तुरंत पैसे ट्रांसफर करने होंगे, ठग ने पैसे की मांग की।
शिव बच्चन सिंह ने तुरंत पहचान लिया कॉल ठगी के लिए की गई है। उनके बड़े बेटे सुनील की 18 साल पहले ही करंट लगने से मौत हो चुकी थी। उन्होंने ठग से पूछा कि दिल्ली पुलिस उसे कैसे गिरफ्तार कर सकती है, जो इस दुनिया में है ही नहीं। इस पर ठग ने झेंपते हुए कहा कि वह दिल्ली से सब इंस्पेक्टर विजय बोल रहा है, जबकि वॉट्सऐप कॉल में उसकी डीपी पर इंस्पेक्टर का फोटो था और नाम ‘अमित’ दिख रहा था। जब शिव बच्चन सिंह ने ठग से और सवाल किए तो उसने गाली देते हुए फोन काट दिया।
इस तरह की ठगी के मामलों को देखते हुए वरिष्ठ कोषाधिकारी उमेश कुमार ने पेंशन धारकों को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी पेंशनधारी को पेंशन से संबंधित फोन कॉल आएं तो उन्हें किसी भी तरह की जानकारी देने से बचना चाहिए। कोषागार विभाग के अधिकारी फोन पर कभी भी पेंशनधारियों से जानकारी नहीं मांगते। पेंशन धारकों को यह समझना चाहिए कि ऐसे फोन कॉल्स महज ठगी के प्रयास होते हैं। कहा कि कुछ पेंशन धारकों के पास इस तरह के फोन आ रहे हैं, जिनमें ठग यह दावा कर रहे हैं कि वे घर बैठे पेंशन से संबंधित समस्याओं का समाधान कर देंगे या अन्य जानकारी मांग रहे हैं। पेंशन धारकों को इन कॉल्स से सावधान रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध कॉल का जवाब नहीं देना चाहिए। यह घटना गाजीपुर में एक साइबर ठगी की कोशिश को उजागर करती है, जिसने 18 साल पहले मर चुके व्यक्ति के नाम पर पैसे ठगने की कोशिश की। इस तरह के मामले बढ़ते जा रहे हैं और इससे निपटने के लिए लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है। खासकर पेंशन धारकों को, जो इस समय ठगों का प्रमुख लक्ष्य बन रहे हैं।
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