राष्ट्र और समाज रूपी शरीर की रीढ़ होता है शिक्षक...स्कूलों में डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर केक काटकर मना शिक्षक दिवस!



आजमगढ़। सांस्कृतिक परिषद महाराजा सुहेलदेव विश्विद्यालय के तत्वावधान में शिब्ली नेशनल पी जी कॉलेज के सभागार में शिक्षक दिवस पर सत्र 2023-24 में सेवानिवृत्त सभी शिक्षकों का सम्मान समारोह गुरुवार को सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि और सांस्कृतिक परिषद के सरंक्षक कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर समारोह की शुरुआत की। अग्रसेन महिला पी जी कॉलेज की छात्राओं ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। इस अवसर पर सेवानिवृत्त शिक्षकों डी ए वी के डॉ0 रामसुन्दर सिंह, शिब्ली के डॉ0 निसार अहमद एवं डॉ0 मोहम्मद जावेद,त्रिवेणी बरदह से डॉ0 कृष्णा सिंह,चंडेश्वर पी जी कॉलेज से डॉ0 फूलचंद सिंह एवं डॉ0 सूर्यनारायण चौबे तथा संत गणिनाथ राजकीय पी जी कॉलेज के डॉ0 रामनाथ यादव को अंगवस्त्रम, अभिनन्दन पत्र,धार्मिक ग्रंथ और कलम देकर सम्मानित किया गया। कुलपति ने कहा कि ’राष्ट्र और समाज रूपी शरीर की रीढ़ शिक्षक ही होता है जो राष्ट्र और समाज के न केवल अस्थि मज्जा रूपी संजीवनी का निर्माण करता है अपितु अपने आचरण,ज्ञान और नैतिक मूल्यों के अविरल प्रवाह से एक सबल राष्ट्र का निर्माण करता है। डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक आदर्श शिक्षक थे उनके आदर्शों को अपनाकर एक शिक्षक समाज के प्रति अपने कर्त्तव्यों का भलिभाँति निर्वहन कर सकता है यही एक ऐसा पेशा है जिसमे व्यक्ति कभी सेवानिवृत्त नहीं होता अपितु ताउम्र राष्ट्र के निर्माण में संलग्न रहता है’ विशिष्ट अतिथि प्राचार्य शिब्ली,डॉ0 अफसर अली ने कहा कि एक शिक्षक जीवनपर्यन्त अपने जीवन के निर्मित मूल्यों से एक आदर्श वातावरण को निर्मित करता है इसलिए वह समाज मे वन्दनीय होता है। सांस्कृतिक परिषद के सचिव डॉ0 प्रवेश ने कहा कि एक शिक्षक अपने कार्यों से कभी रिटायर नहीं होता वह जीवनपर्यंत राष्ट्र और समाज के निर्माण हेतु अनुसंधान में संलग्न होता है। प्राचार्य अग्रसेन महिला कॉलेज प्रो0 जूही शुक्ला ने कहा कि शिक्षक दिवस पर शिक्षक सम्मान की परम्परा एक शिक्षक का नहीं अपितु पूरे राष्ट्र समाज का सम्मान है। शिब्ली कॉलेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ0 मोहम्मद ख़ालिद ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए सांस्कृतिक परिषद और विश्विद्यालय के इस सम्मान परंपरा की सराहना की और शिक्षकों के सम्मान को राष्ट्र और समाज के सम्मान के समतुल्य बताया। समारोह का संचालन सचिव डॉ0 प्रवेश कुमार सिंह एवं डॉ0 पंकज सिंह ने संयुक्त रूप से किया। स्वागत कथन डॉ0 दिनेश कुमार सिंह द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर प्रो0 गीता सिंह, प्रो0 मदन मोहन पाण्डेय, डॉ0 दिनेश कुमार सिंह, प्रद्युम्न पासवान, शुभम जौहरी, अतुल यादव, जे0 पी0 यादव ,डॉ0 अल्ताफ़ अहमद, डॉ0 एहतेशामुल हक़, प्रो0 फ़हमीदा ज़ैदी, डॉ0 ख़ालिद अब्बासी, डॉ0 आसिम, डॉ0 नदीम, डॉ0 सादिक, डॉ0 अखिलेश एवं अन्य शिक्षक समूह उपस्थित रहे। सठियांव संवाददाता के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति एवं शिक्षक डॉ. राधाकृष्णन की जयंती गुरुवार को शिक्षक दिवस के रूप में मनाई गई। शिक्षक दिवस पर जगह-जगह केक काटा गया और डॉ. राधाकृष्णन को याद किया गया। वक्ताओं ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला। सठियांव क्षेत्र के राजकीय इंटर कॉलेज जमुड़ी के परिसर में प्रधानाचार्य अंगद मौर्य ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर डॉ. राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हे श्रद्धांजलि दी गई। वही केक काटकर विद्यालय परिवार को वितरित किया गया। प्रधानाचार्य ने कहा कि पूर्व राष्टपति एवं शिक्षक डॉ. राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में पूरे देश में मनाया जा रहा है। 1962 में जब डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के राष्ट्रपति बने, तो कुछ छात्रों ने उनसे अनुरोध किया कि वे अपना जन्मदिन 5 सितंबर को मनाएं। वह एक महान विद्वान शिक्षक और देश भक्त थे। उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को आज के दिन विशेष रूप से याद करके हम श्रद्धा सुमन अर्पित करते है। उनके आदर्श पर चलकर देश की सच्ची सेवा करने की सीख और प्रेणा मिलती है। इसीलिए शिक्षक दिवस का महत्व है। इस दौरान प्रधानाचार्य अंगद मौर्य, प्रवक्ता सुनीता यादव, सहायक अध्यापक ज्ञान प्रकाश राय, उदिता सिंह, रवींद्र यादव, स्वती, विभा बरनवाल, राजेश चौहान, सुशील चौहान, प्रियंका सहित अन्य लोग मौजूद थे। इसी क्रम में सहायक सेनानायक महीपाल सिंह के उपस्थिति में 20वी वाहिनी पीएसी आजमगढ़ के पुलिस मॉडर्न स्कूल पर राष्ट्रीय शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया।सर्वप्रथम पुलिस मॉडर्न स्कूल की प्रधानाचार्या पूजा श्रीवास्तव द्वारा सहायक सेनानायक का अभिवादन किया गया। सहायक सेनानायक द्वारा पुलिस मॉडर्न स्कूल के बच्चो व अध्यापकगण को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी गई। तत्पश्चात सहायक सेनानायक द्वारा बच्चो को शिक्षक दिवस के अवसर पर संबोधित किया गया व श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले बच्चों को सहायक सेनानायक द्वारा पुरस्कृत किया गया तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।कार्यक्रम के अंत में सहायक सेनानायक द्वारा सभी शिक्षकों व अनुचरों को भी पुरस्कृत किया गया।आयोजन में सूबेदार सैन्य सहायक अनिल कुमार,पुलिस मॉडर्न स्कूल की प्रधानाचार्या पूजा श्रीवास्तव एवम समस्त पीएमएस स्टाफ उपस्थित रहे। लालगंज संवाददाता के अनुसार, श्री कृष्ण गीता राष्ट्रीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय को छात्र- छात्राओं के द्वारा शिक्षक दिवस बहुत ही भव्यता के साथ मनाया गया। जहां स्नातक स्तर के छात्र-छात्राओं ने शिक्षकों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया वहीं स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राओं ने विषयवार कार्यक्रम आयोजित करके गुरुजनों का सम्मान किया। महाविद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में दो वर्ष पूरा होने पर प्राचार्य प्रोफेसर ऋषिकेश सिंह का सम्मान किया गया तथा नव प्रवेशी छात्र-छात्राओं के लिए दीक्षारंभ कार्यक्रम संपन्न हुआ।इस अवसर पर छात्र-छात्राओं तथा प्राध्यापक-प्राध्यापिकाओं ने प्राचार्य प्रोफेसर ऋषिकेश सिंह को माल्यार्पण, प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर ऋषिकेश सिंह ने अपने उद्बोधन में नव प्रवेशित छात्र छात्राओं को महाविद्यालय के शैक्षिक वातावरण में सहभागिता के लिए प्रेरित किया । उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 की प्रमुख विशेषताओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि वस्तुतरू गुणवत्ता परक और नवाचार युक्त शिक्षा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त करती है। प्राचार्य प्रोफेसर ऋषिकेश सिंह ने छात्र-छात्राओं को जागरूक विद्यार्थी बनने के लिए, स्वानुशासन में रहने के लिए और शिष्ट आचरण करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर डॉक्टर अतुल कुमार यादव ने प्राचार्य प्रोफेसर ऋषिकेश सिंह के अकादमिक जीवन पर प्रकाश डाला तथा महाविद्यालय की आवश्यकताओं को उनके समक्ष रखा। इस अवसर पर डॉक्टर लक्ष्मी वंदना विश्वकर्मा, सुष्मिता सिंह, डॉ. संगीता वर्मा, डॉक्टर सीमा सिंह, डॉक्टर सुनील सिंह ने भी अपने विचार प्रकट किये। डॉक्टर नीरज कुमार श्रीवास्तव शुभम गिरी, फेकू यादव, पखंडू ने इस कार्यक्रम में विशेष सहयोग प्रदान किया।इसी क्रम वेदांता इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षक दिवस का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें सर्वप्रथम ज्ञान की देवी मां सरस्वती के चित्र पर पूजन और माल्यार्पण तथा डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात कार्यक्रम की शुरुवात किया गया। जिसमे छात्रों ने शिक्षकों के लिए कुछ रोचक खेल जैसे कुर्सी दौड़, केला खाना, एक ही वाक्य को तीन बार लगातार बोलना, जलती हुई मोमबत्ती के ऊपर से चूड़ी डालना आदि खेलों के माध्यम से तथा गीत संगीत के द्वारा आनंद और उत्साह का माहौल के माध्यम से शिक्षको और बच्चों के बीच एक अच्छा सम्बन्ध बनाने का प्रयास किया गया। इसके साथ ही बच्चों ने शिक्षकों को उनके कार्यों को देखते हुवे एक विशेष टैग का बैच प्रदान किया जिसमे ट्रेंड सेटर, फोटो फ्रेम, एक्सपीरियंस टीचर, फोटोजेनिक फिगर, स्टाइलिश आदि टैग से सम्मानित किया गया। आज छात्रों ने शिक्षकों की भूमिका निभाई और कक्षाओं में शिक्षण कार्य किया। शिक्षकों की उपस्थिति में उन्होंने कक्षाएं संचालित कीं और इस प्रक्रिया में शिक्षक बनने के कठिन परिश्रम और जिम्मेदारियों का अनुभव किया। इसी क्रम में प्राथमिक विद्यालय जयरामपुर की शिक्षिकाओं पुष्पा सिंह, गीता यादव, कुसुम सिंह, सुनीता मौर्य, मधु सिंह, मीरा देवी, प्रतिभा सिंह व अन्य शिक्षक बाबूराम यादव, पूनम श्रीवास्तव, अंकित सिंह को अंगवस्त्रम व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। साथ ही संस्था द्वारा लगभग 15 जरूरत मंद बच्चो में बैग, पुस्तक, कापी आदि सामानों का वितरण किया गया। वही जनपद के प्रख्यात समाजसेवी कमल सिंह तरकश को उनके द्वारा समाज में किए गए उच्च कोर्ट के कार्यों के लिए संस्था के अध्यक्ष रिटायर्ड आईएएस प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने अंगवस्त्रम व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इसी के साथ ही संस्था सचिव प्रदीप कुमार सिंह ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अभी ये शुरुवात हुई है। आगे हम समाज के हर जरूरत मंद लोगो की जैसे भी जितनी भी हो सकेगी मदद को तैयार रहेंगे। इस मौके पर अरविंद चित्रांश, सतीश चंद्र श्रीवास्तव, डॉक्टर दुर्गेश चंद्र श्रीवास्तव, पूर्व प्रधान उषा सिंह, कवि राजनाथ यादव राज, अनिल कुमार सिंह, भीम सिंह, पूर्व प्रधान राजकरण राजभर, अजय सिंह, जयराम विश्वकर्मा, निखिल आदि उपस्थित रहे।

Post a Comment

0 Comments