लखनऊ। न सरकार बड़ा न संगठन…मिल कर लड़ना है और चुनाव जीतना है. हम साथ-साथ है, यही बताने और दिखाने के लिए यूपी बीजेपी के पांचों बड़े नेताओं ने चिंतन और मंथन किया। इन चुनावी बैठकों में अब तक सिर्फ सीएम योगी आदित्यनाथ और उनकी सुपर 30 वाली टीम होती थी। लेकिन पहली बार दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे। यूपी के मुख्यमंत्री के आवास पर हुई मीटिंग में पहली बार संगठन के लोगों को भी बुलाया गया। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह बैठक में शामिल रहे।
यूपी में विधानसभा के उपचुनाव की ज़िम्मेदारी अब तक सुपर 30 के पास थी। यूपी के 30 मंत्रियों की एक कमेटी बनी थी। इस कमेटी को विधानसभा उपचुनाव के लिए तैयारी करने को कहा गया था। पर अब ये तय हुआ कि ये ज़िम्मेदारी अब सुपर 5 की होगी। पांच नेताओं की इस टीम में सीएम, दोनों डिप्टी सीएम, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और संगठन मंत्री हैं। चुनौती बड़ी है इसीलिए अब पांचों बड़े नेताओं ने खुद मोर्चा संभालने का फ़ैसला किया है। सबको दो-दो विधानसभा सीटों की ज़िम्मेदारी दी गई है
किसको किस सीट पर मिली जिम्मेदारी
योगी आदित्यनाथ – कटेहरी और मिल्कीपुर
केशव प्रसाद मौर्य – फूलपुर और मंझवा
ब्रजेश पाठक – सीसामऊ और करहल
भूपेन्द्र चौधरी – कुंदरकी और मीरापुर
धर्मपाल सिंह – गाज़ियाबाद और खैर
यूपी में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होना है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन ख़राब रहा। ऐसे हालात में ये उपचुनाव अब आर पार की लड़ाई बन गया है। लेकिन बीते महीने भर से चर्चा बस यूपी बीजेपी में मचे घमासान की होती रही है। कभी सरकार बनाम संगठन तो कभी सीएम योगी बनाम डिप्टी सीएम केशव. संगठन अपने हिसाब से चुनावी की तैयारी कर रहा था। तो योगी सरकार भी अपने तरीक़े से चुनाव के लिए होम वर्क कर रही थी। इसी सिलसिले में 30 मंत्रियों वाली टीम बनाई गई। पर दोनों डिप्टी सीएम को इस रणनीति से बाहर रखा गया था। सोमवार रात सीएम योगी के घर पर सरकार और संगठन की साझा टीम की बैठक हुई।
उपचुनाव की तैयारी की शुरूआत खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं। वो आज अयोध्या जाकर मिल्कीपुर विधानसभा की बैठक करेंगे। फिर अगले दिन कटेहरी जाएंगे। मिल्कीपुर से विधायक रहे अवधेश प्रसाद अब समाजवादी पार्टी से फ़ैज़ाबाद के सांसद बन गए हैं। फैजाबाद की हार बीजेपी के लिए गले की फांस बन गई है। फ़ैज़ाबाद में ही अयोध्या पड़ता है। इसीलिए बीजेपी हर क़ीमत पर मिल्कीपुर का चुनाव जीतना चाहती है। यूपी में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होने है। इनमें से 5 सीटें पर समाजवादी पार्टी के विधायक थे। जबकि तीन सीटों पर बीजेपी का कब्ज़ा था। मीरापुर से आरएलडी की जीत हुई थी और मंझवा सीट पर निषाद पार्टी ने कब्जा किया था।
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