लखनऊ। लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश का रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों के नाक का सवाल बन चुकी है। बीजेपी ने जहां दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है वहीं कांग्रेस से राहुल गांधी मैदान में हैं। साल 2019 के चुनाव में भी दिनेश प्रताप सिंह बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे।तब उनका मुकाबला सोनिया गांधी से था। इन सबके बीच खबर है कि रायबरेली में दिनेश प्रताप सिंह की राह आसान करने में खुद अमित शाह जुट गए हैं। दावा है कि समाजवादी पार्टी के चीफ व्हिप रहे और विधायक मनोज पांडेय, भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि अभी इस पर कोई अधिकृत जानकारी नहीं है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गृह मंत्री शाह शुक्रवार को रायबरेली आएंगे और उनकी मौजूदगी में पांडेय, बीजेपी में शामिल होंगे।
फिलहाल पांडेय के बेटे चुनाव प्रचार में हैं। हालांकि सपा विधायक होने के नाते से वह खुद चुनाव में प्रत्यक्ष तौर पर नहीं उतर पा रहे हैं। रायबरेली सीट पर बीजेपी द्वारा प्रत्याशी का ऐलान होने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक संसदीय क्षेत्र आए थे और उन्होंने दिनेश प्रताप सिंह और मनोज पांडेय के बीच दोस्ती कराई थी। माना जाता रहा है कि दोनों के बीच लंबे समय से सियासी अदावत रही है। बीजेपी पांडेय को इसलिए भी पार्टी में शामिल कराने पर जोर दे रही है क्योंकि रायबरेली में ब्राह्मणों मतदाताओं की तादाद अच्छी संख्या में है। इस बार रायबरेली सीट पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। खुद गृह मंत्री अमित शाह, रायबरेली के बीते दौरे पर पांडेय के घर गए थे और चाय पी थी। चाय पर हुई इस मुलाकात के कई सियासी मायने तभी से निकाले जा रहे थे। रायबरेली में पांचवे चरण के तहत 20 मई को मतदान होना है।
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