राजभर को पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बनाया गया था, लकिन योगी सरकार से मनमुटाव के चलते वे मार्च 2019 में सरकार से अलग हो गए थे। लोकसभा चुनाव 2019 में सुभासपा ने अपने दम पर चुनाव लड़ा। विधानसभा चुनाव 2022 में पहले सुभासपा ने सपा के साथ गठबंधन किया। सुभासपा और सपा के गठबंधन से भाजपा को पूर्वांचल में करीब 10-15 सीटों पर नुकसान हुआ। चुनाव में सुभासपा को छह सीटें मिलीं। सपा के साथ भी उनका गठबंधन ज्यादा दिन नहीं चला। जुलाई 2023 में राजभर सपा से गठबंधन तोड़कर फिर एनडीए में शामिल हो गए और पांच मार्च 2024 को उन्हें मंत्री बना दिया गया। मंत्री बनने के बाद राजभर ने कहा था कि लोकसभा चुनाव में कोई लड़ाई नहीं है। सीएम योगी के नेतृत्व में प्रदेश में कानून का राज स्थापित हुआ है। यूपी में एनडीए सभी 80 सीटों पर जीत दर्ज करेगी। यूपी में निषाद पार्टी को एक और अपना दल (एस) को दो सीटें मिल सकती हैं।
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