आजमगढ़। भारतीय जनता पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। प्रदेश की 51 लोकसभा सीटों के लिए जारी इस लिस्ट में आजमगढ़ लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने अपने सिटिंग सांसद दिनेश लाल यादव ’’निरहुआ’’ को तीसरी बार प्रत्याशी बनाया है। जबकि लालगंज लोकसभा सीट से पूर्व भाजपा सासंद नीलम सोनकर को तमाम अटकलों के बीच चौथी बार टिकट दिया है। भाजपा ने सिने कलाकार दिनेश लाल यादव निरहुआ को मैदान में फिर उतार दिया है। ऐसे में सपा का मोहरा सामने आने का चुनावी चाणक्यों को इंतजार है। दरअसल, सपा-बसपा के गढ़ में सभी प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवारों के नाम आना बाकी है। टिकट घोषित होने के बाद दिनेश लाल यादव कहा कि मैं अब आजमगढ़ के विकास का अपना वादा पूरा कर पाऊंगा। वर्ष 2019 में भाजपा ने दिनेश लाल यादव को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव में उतारा था। लेकिन सपाप्रमुख ने उन्हें हरा दिया था। लेकिन अखिलेश के इस्तीफा देने बाद हुए उपचुनाव में दिनेश लाल निरहुआ ने सपा प्रत्याशी धमेन्द्र यादव को हरा दिया था। जिले की लालगंज सुरक्षित सीट से भाजपा प्रत्याशी की घोषणा कर दी गई। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने पूर्व सांसद नीलम सोनकर पर भरोसा जताते हुए चौथी बार टिकट दिया है। इसी के साथ ही प्रत्याशी को लेकर लग रही अटकलों पर विराम लग गया। उन्हें 2009 के आमचुनाव में बसपा के डा. बलिराम से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन वर्ष 2014 में उन्होंने जीत दर्ज किया था। वर्ष 2019 में वर्तमान सांसद संगीता आजाद से हार गई थी। लेकिन फिर भी पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है। लालगंज संसदीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा सीटों में से एक है। इस सीट के इतिहास की बात की जाए तो 1962 में इसे संसदीय सीट का दर्जा मिला और तभी से यह अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है। वर्तमान में बसपा से संगीता आजाद यहां से सांसद हैं। लालगंज संसदीस सीट से विश्राम प्रसाद लोकसभा पहुंचने वाले पहले सांसद थे। उन्होंने 1962 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की थी। इसके बाद लगातार तीन बार (1967, 1971 और 1977) कांग्रेस के रामधन का इस सीट पर कब्जा रहा।
0 Comments