कोविडकाल में यूनानी व आयुर्वेदिक दवा ने दुनिया को मनवाया अपना लोहा...

नीमा ने देर शाम मनाया हकीम अजमल खान का जन्मदिवस


आजमगढ़। नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) ने विश्व यूनानी दिवस के अवसर पर देर शाम निजी होटल में हकीम अज़मल खान साहब का जन्मोत्सव समारोहपूर्वक मनाया गया है। इस दौरान एक गोष्ठी का आयोजन किया है जिसमें मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी (न्यायिक) सगड़ी राजकुमार बैठा ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड 19 के समय में यूनानी और आयुर्वेदिक दवाओं ने पूरी दुनिया को अपना लोहा मनवाया। इन्हीं दवाओं की वजह से ही हमारे देश में मृत्यु दर इतनी कम थी। 


डॉ. गीता वर्मा ने आज के परिवेश में यूनानी चिकित्सा के अपनत्व को सराहा तथा उपस्थित सभी चिकित्सकों से इसे और बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। पूर्व अध्यक्ष डॉ. वी.एस. सिंह ने प्राचीन काल में आयुर्वेद और यूनानी की महत्ता और उपयोगिता का विशद वर्णन किया। डॉ. डी. डी. सिंह ने कहा कि सम्पूर्ण भारत देश में घर के किचन से ही आयुर्वेद और यूनानी की शुरुआत हो जाती है। हम हर रोज अपने खाने के मसाले के रूप में आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं का सेवन शुरू से ही करते आ रहे हैं। यही वजह है कि अन्य देशों की तुलना में हमारे देश में कोविड 19 का खतरा काफी कम था। इस अवसर पर डॉ. अबु शहमा, डॉ. आरती सिंह, डॉ. मनीषा मिश्रा, डॉ. शबनम परवीन, डॉ. शहजाद आलम, डॉ. अलाउद्दीन, डॉ. नईम अहमद, डॉ. नदीम अहमद, डॉ. सलमान अख्तर, डॉ. शहजाद, कार्यक्रम के संयोजक डॉ. डी.डी. सिंह, डॉ. ए.एस. खान, डॉ. वी.पी. सिंह, डॉ. मनीष राय, डॉ. संतोष कुमार सिंह, डॉ. वी.के. सिंह, डॉ. पी.एन. मिश्रा, डॉ. डी.पी. सिंह, डॉ. साकिब जमाल, डॉ. ताहिर अहमद, डॉ. जगदीश यादव, डॉ. एस.सी. यादव, डॉ. उमेश पाण्डेय, डॉ. अबुल बशर, डॉ. उपेंद्र दुबे, डॉ. रीता दुबे, डॉ. मनीषा मिश्रा, डॉ. नूर बानो, डॉ. राजकुमार शर्मा, डॉ. शाह खालिद, डॉ. महेंद्र विश्वकर्मा, डॉ. मनोज जायसवाल आदि लोग उपस्थित रहे।

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