करवा चौथ पर आजमगढ़ में कब निकलेगा चांद, जानें-पूजा मुहूर्त और चंद्रयोदय का समय!



आजमगढ़। हिंदू धर्म में करवा चौथ की बेहद अहमियत है। पर्व पर सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। व्रत चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद खोला जाता है। महिलाएं पति को छलनी से देखकर व्रत तोड़ती हैं। पति पत्नियों का व्रत भोजन का निवाला और पानी देकर तोड़ते हैं। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। इस साल करवा चौथ 1 नवंबर को मनाया जाएगा। मान्यता है कि व्रत को रखने से दांपत्य जीवन खुशहाल और आपसी संबंध मधुर होता है।

ज्योतिषाचार्य सत्यम गुरू जी का कहना है कि इस साल करवा चौथ की चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर को रात 9.30 बजे से शुरू होकर अगले दिन यानी 1 नवंबर की रात 09.19 बजे समाप्त होगी। व्रत का समय सुबह 6.33 बजे से रात 8.15 बजे तक रहेगा। इस दिन चंद्रोदय का समय रात 8.15 बजे होगा। आजमगढ़ में चंद्रयोदय रात 8.05 बजे समय होगा। करवा चौथ व्रत में चंद्रमा की पूजा करने की भी परंपरा है। व्रत की हालत में चंद्रमा की पूजा करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल और पति की उम्र लंबी होती है। करवा चौथ के दिन 1 नवंबर 2023 को आजमगढ़ में चंद्रमा रात 8 बजकर 5 मिनट पर निकलेगा। हालांकि अलग-अलग शहर के अनुसार चंद्रोदय समय भी अलग होगा। इस दिन महिलाएं अपनी पति की लंबी उम्र के लिए वृत रहती हैं।

करवा चौथ पति और पत्नी के बीच मधुर संबंध का पर्व है। महिलाएं शाम में पूजा पाठ करती हैं और चांद देखने के बाद व्रत तोड़ती हैं। करवा चौथ का पर्व पूरे भारत वर्ष में हर्षाेल्लास के साथ मनाया जाता है। महिलाएं पर्व की तैयारी कई दिन पहले से करने लगती हैं। नए कपड़ों और आभूषण की खरीदारी होती है। व्रत तोड़ने के लिए खास पकवान पकाए जाते हैं। करवा चौथ के मौके से महिलाएं सुबह जल्दी जागकर स्नान करती हैं। नए कपड़ों और आभूषणों से श्रंगार कर व्रत शुरू करती हैं।

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