मुन्ना पांडे/ फूलपुर। स्थानीय ब्लाक के 60 गावों का चयन ठोस एवम तरल अपशिष्ट प्रबंधन (SLWM) के रुप में हुआ। जिसमें से 37 सैंतालीस गांव में राजस्व विभाग भूमि नही उपलब्ध करा सका है। इस संबंध में सहायक विकास अधिकारी पंचायत फूलपुर ने उपजिलाधिकारी फूलपुर को भूमि उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा है। दरअसल शासन सरकार द्वारा गावों को स्वच्छ बनाने के लिए नित नई नई योजनाओं का संचालन कर गांव को स्वच्छ एवम सुन्दर बनाए रखने का प्रयास कर रही है जिसके क्रम में वर्तमान समय में क्रमवार गावो का चयन कर खुले में शौच मुक्त अभियान के बाद स्वच्छ भारत मिशन फेज दो योजनांतर्गत ग्राम पंचायतों में एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र के निर्माण के लिए 1500 वर्ग मीटर की भूमि चयनित करने का निर्देश दिया गया जिसमें टीन सेड लगा कर एक कमरा का निर्माण करा कर गांव के समस्त कचरा इकट्ठा रखना था। और वहा से सबको अलग अलग कर उसका उपयोग युक्त बनाना था। फेज टू में फूलपुर ब्लाक के 89 ग्राम पंचायतों में 60 गांव का चयन किया गया। जिसमें से 37 ग्राम पंचायतों में राजस्व विभाग द्वारा भूमि उपलब्ध नही कराई जा सकी। जुलाई माह में अपर मुख्य सचिव का पत्र आया। पर लेखपाल इन ग्राम सभाओं में भूमि उपलब्ध नही करा से। विलंब होने और लेखपाल का सहयोग ना मिलने के कारण सहायक विकास अधिकारी पंचायत फूलपुर अरविंद यादव ने उपजिलाधिकारी फूलपुर को शासन के पत्र का हवाला देते हुए इन ग्राम सभाओं में भूमि उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा। इस सम्बन्ध में सहायक विकास अधिकारी पंचायत ने बताया की शासन से इन ग्राम पंचायतों के धन प्राप्त हो गया है अपशिष्ट प्रबंधन निर्माण के लिए पर लेखपाल के असहयोग के कारण बिलंब हो रहा जिसके लिए SDM को पत्र लिख कर भूमि उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध किया गया। क्योंकि प्रतिदिन जिले से लेकर शासन तक रिपोर्ट भेजनी पड़ती है।

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