बिना रजिस्ट्रेशन चल रहा पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट, निदेशक समेत 3 गिरफ्तार...


लखनऊ। राजधानी के आइआइएम रोड बरावन कला खुर्द स्थित महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंसेज एंड हास्पिटल सालों से बिना रजिट्रेशन के चल रहा था. ठाकुरगंज पुलिस ने निदेशक समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है. निदेशक समेत अन्य ने सैकड़ों छात्रों से लाखों रुपये फीस लेकर उन्हें दाखिला दिया था. इसके बाद दो साल तक कक्षाएं चलाईं और फिर फर्जी डिग्री थमा दी थी.

एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में आम्रपाली योजना के रहने वाले इंस्टीट्यूट के निदेशक डा. गुलशेर खान, मड़ियांव प्रबंध नगर के रहने वाली पूनम केसर और नीतू गौतम है. आरोपितों के खिलाफ बुधवार को ठाकुरगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. इंस्पेक्टर विजय यादव ने बताया कि पूछताछ के दौरान निदेशक गुलशेर ने बताया कि इंस्टीट्यूट का रजिस्ट्रेशन नहीं था. इंस्टीट्यूट में दो साल पहले कुशीनगर के हाटा की रहने वाली अर्चना सिंह, शिवानी मौर्य और कनक यादव समेत अनेक छात्र-छात्राओं ने दाखिला लिया था.

छात्रों का आरोप है कि दाखिले के समय निदेशक ने यूपी स्टेट मेडिकल फैकल्टी की मान्यता होने का दावा किया था. फीस के नाम पर लाखों रुपये वसूल लिए. दो साल तक कक्षाएं चलाई. इसके बाद कैपिटल यूनिवर्सिटी झारखंड की डिग्री और प्रमाणपत्र दिया था. विरोध पर उक्त लोगों ने धमकी दी थी. आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने बुधवार दोपहर इंस्टीट्यूट पहुंचकर हंगामा किया था और फीस वापसी की मांग की थी. इंस्पेक्टर ने बताया कि गिरोह से जुड़े अन्य फरार लोगों की तलाश की जा रही है.

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