बलिया। जिले के एक स्कूल में चिल्ड्रन डे सेलिब्रेशन के दौरान मिठाई खाने से 10 छात्र फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गये, जिनमें दो छात्राओं की हालत गंभीर है। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उधर, फूड प्वाइजनिंग से बच्चों की तबीयत खराब होने की सूचना मिलते ही उनके अभिभावक भी तत्काल जिला अस्पताल पहुंच गये.
मामला फेफना थाना अंतर्गत महर्षि अरविन्द उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय फेफना पर सोमवार को चिल्ड्रेन डे सेलिब्रेशन कार्यक्रम चल रहा था. बच्चों के लिए विद्यालय परिवार ने लड्डू मंगाया था. कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद बच्चों में लड्डू वितरित किया गया, जिसे खाने से 10 बच्चे बीमार हो गये. मिठाई खाने के बाद से ही उनके पेट मे दर्द शुरु हो गया. इससे विद्यालय में अफरा-तफरी मच गयी. बच्चों को तत्काल नजदीकी चिकित्सक के यहां पहुंचाया गया, जहां से चिकित्सक ने गंभीरावस्था में दो बच्चों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जिला अस्पताल में इलाज के दौरान छात्राएं छटपटाती रही.
स्कूल के प्रबंधक आदित्य कुमार सिंह ने बताया कि चिल्ड्रेन डे सेलिब्रेशन के दौरान लड्डू खाने से करीब 10 बच्चे बीमार हो गए, जिन्हें तत्काल उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया. प्रबंधक ने बताया कि सम्बंधित मिठाई दुकानदार से पूछताछ में पता चला कि मिठाई 6 दिन पुरानी थी, यानि मिठाई खराब थी. वहीं, मिठाई दुकानदार ने भी मिठाई 6 दिन पुरानी होने की बात स्वीकार की. बताया कि मुगदर का लड्डू था.
जिला अस्पताल में बच्चों का उपचार कर रहे ईएमओ डॉक्टर प्रभात ने कहा कि फूड प्वाइजनिंग का मामला है. बीमार बच्चों का उपचार चल रहा है. उनकी हालत में सुधार है. बच्चे जल्द ठीक हो जाएंगे. जानकारों की माने तो सरकार का स्पष्ट गाइड लाइन है कि स्कूल में बच्चों को एमडीएम खिलाने से पहले, उसे स्कूल के शिक्षक या रसोईया चखेंगे. यदि चिल्ड्रेन डे सेलिब्रेशन के दौरान मंगाया गया लड्डू भी शिक्षक चख लिये होते तो शायद यह नौबत नहीं आती.
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