लखनऊ। एक माह चले रमजान माह के बाद सोमवार को आखिर ईद का चांद नजर आ गया। चांद के दीदार होते ही लोगों ने एक-दूसरे के गले लगकर मुबारकबाद दी। ईद का चांद दिखने के साथ ही नमाज ए तरावीह का आखिरी दौर सोमवार को मुकम्मल हो गया। रमजान का चांद दिखने के साथ ही मस्जिदों में शुरू हुई तरावीह की विशेष नमाज संपन्न हो गई। रमजान के आखिरी अशरे में मस्जिद में ऐतिकाफ कर रहे लोग भी इफ्तार के बाद मस्जिद से बाहर आ गए। ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी ने कहा कि ईद उल फित्र अल्लाह की तरफ से अपने बंदों को रमजान उल मुबारक की इबादत का इनाम है। मौलाना ने ईद का त्योहार अमन और मोहब्बत के साथ मनाने की अपील की।
ईद की मुबारकबाद के साथ राजधानी के बाजार सोमवार को पूरी रात गुलजार रहे। अमीनाबाद का गड़बड़झाला हो या नक्खास की चूड़ी वाली गली। खदरा का दीनदयाल नगर का बाजार हो या हजरतगंज का जनपथ शहर के तमाम बाजारों में ईद की रातभर रौनक रही। रमजान उल मुबारक के 30 रोजे पूरे कर चुके रोजेदार पूरे इत्मीनान के साथ ईद की छूटी हुई तैयारियों को रात भर में पूरा करने में लगे रहे। दुकानों पर रात में भी ऐसी भीड़ जुटी मानों मेला लगा हो। वहीं, घरों खातून सिंवइयों की मिठास मुंह में घोलने के लिये पूरी रात तैयारियों में लगी रहीं। नवाबी दौर की ज्वैलरी की तर्ज पर जड़ाऊदार चूड़ियां और कंगन महिलाओं को लुभा रही हैं। गोल्ड लुक में दिखने वाली ज्वैलरी सेट भी महिलाओं को भा रहे हैं।
कारोबारी मो. रईस बताते हैं कि रंग-बिरंगी मीना के काम वाले कंगन हों या फिर ज्वैलरी महिलाओं की पसंद बनी हुई हैं। नमाज में पहनने के लिये सफेद जालीदार टोपियों के साथ साथ हरी, नारंगी, नीली, पीली चटक रंगों की टोपियां भी खूब बिक रही हैं। चिश्ती, बांग्लादेशी, सऊदी मेहराबी टोपी, अफगानिस्तानी, इंडोनेशियन, पाकिस्तानी, लखनवी टोपियों के साथ इस बार तुर्की के मशहूर सीरियल अर्तुगरुल गाजी स्टाइल टोपी में बाजार की शोभा बढ़ा रही है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने प्रदेशवासियों कोे अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती तथा ईद उल फितर की बधाई दी है। राज्यपाल ने अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान परशुराम हमें बहादुरी और ईमानदारी का संदेश देते हैं। शुभ कार्यों की सिद्धि से जुड़ा यह पावन पर्व हमारे सभी संकल्पों को साकार करने की शक्ति प्रदान करता है। ईद उल फितर पर शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह दिन समाज के भले के लिए सामूहिक सद्भाव, लगाव और सबको साथ लेकर चलने की भावना को बढ़ाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सनातन संस्कृति में अक्षय तृतीया को अत्यन्त पुण्यदायी तिथि माना गया है। इस तिथि को अनेक युगों से मनाया जा रहा है। भगवान विष्णु सारी सृष्टि के संरक्षक हैं। इसलिए अक्षय तृतीया की तिथि को भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त है। अक्षय तृतीया की तिथि सभी शुभ एवं मांगलिक कार्यों के लिए उत्तम मानी जाती है। इसी तिथि को भगवान परशुराम की जयन्ती भी मनाई जाती है। समाज में धर्म एवं न्याय की स्थापना में महर्षि परशुराम का अतुलनीय योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईद उल फितर का त्यौहार खुशी और मेल-मिलाप का संदेश लेकर आता है। खुशियों का यह त्यौहार सामाजिक एकता को मजबूत करने के साथ ही आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाता है। ईद के पर्व पर सभी को सद्भाव तथा सामाजिक सौहार्द को और सुदृढ़ करने का संकल्प लेना चाहिए।

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