आगरा। जनपद के सिकंदरा क्षेत्र से कर्मचारी चयन आयोग (जीडी) की परीक्षा में साल्वर बैठाने का ठेका लेने वाले कोचिंग संचालक समेत 2 आरोपितों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। एजेंटों के माध्यम से कोचिंग संचालक अभ्यर्थियों को जाल में फंसाते रहे है। इसके लिए उनसे दो लाख रुपये भी लेते थे। एसटीएफ इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
जानकारी के अनुसार, एसटीएफ की आगरा इकाई में तैनात इंस्पेक्टर हुकुम सिंह, यतींद्र शर्मा को कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा में साल्वर बैठाने का ठेका लेने की जानकारी मिली थी। सादाबाद के गांव कमरौठी निवासी पवन कुमार ने एसटीएफ को गिरोह के बारे में जानकारी दी थी। पवन ने बताया कि उसकी कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा थी। उससे अलीगढ़ के थाना गोंडा के नगला सवल निवासी सचिन कुमार और मुनेशन ने दो लाख रुपये लिए थे। उसे परीक्षा में पास कराने का आश्वासन दिया था। उसकी जगह साल्वर बैठाने की कहा था। परीक्षा से एक दिन पहले बताया कि साल्वर नहीं मिला।उसके द्वारा दिए गए रुपये जमा होने व अगली परीक्षा में पास कराने की कहा था। आरोपितों ने उसे बताया कि अगली परीक्षा होने तक उसकी रकम भगवान टाकीज स्थित आगरा डिफेंस एकेडमी कोचिंग के संचालक श्याम सरदार जमा रहेंगे। जिसके बाद एसटीएफ ने आरोपित सचिन कुमार और मुनेश कुमार को पकड़ लिया। एसटीएफ के अनुसार आरोपित मुनेश की पचकुइयां पर गुरुकुल के नाम से कोचिंग है।
एसटीएफ के अनुसार मुनेश दूसरे कोचिंग संचालकों के साथ मिलकर अभ्यर्थियों को अपने जाल में फंसाता है। पूछताछ में कुछ कोचिंग संचालकों के नाम सामने आए हैं। एसटीएफ की पूछताछ में किसी राजेंद्र सिंह राठौर का नाम भी सामने आया है। वह क्या करता है, कहां रहता है इसकी जानकारी पकड़े गए आरोपितों से नहीं मिल सकी। टेट का लीक हुआ प्रश्नपत्र भी आया था आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उनके पास 28 नवंबर को होने वाली टेट की परीक्षा का लीक हुआ प्रश्न पत्र भी आया था। उन्होंने शिक्षक पात्रता परीक्षा टेट में भी साल्वर बैठाने का ठेका लिया था। पेपर आउट होने के चलते परीक्षा निरस्त हो गई।
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