मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। राजधानी लखनऊ में 9 वर्ष बाद बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अपने जनसमर्थन की ताकत दिखायीं। विरोधियों पर हमलावर रहने वाली मायावती ने उनके सरकार में बने उद्यानों के रख-रखाव के लिये योगी का आभार प्रकट कर उनकी प्रसंसा किया और पहलगाम के बहाने मोदी पर हमला किया। माना जा रहा है कि योगी पर मायावती के यूटर्न का बिहार के विधानसभा चुनावों में सीमावर्ती जिलों में ददिखेगा।अब शायद दलित समाज के लोग भाजपा की बात सहजता से सुनने लगेंगे। अपने भतीजे आनंद पर विश्वास प्रकट करते हुए उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। अपने संबोधन के दौरान अखिलेश यादव और सपा पर सीधे निशाना साधते हुये कहा ष्सपा को जब सत्ता में रहने का मौका मिलता है, तब इन्हें न तो पीडीए याद आता है, न ही बहुजन समाज के हितों की चिंता होती है। लेकिन जैसे ही कुर्सी हाथ से जाती है, ये खुद को सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा ठेकेदार बताने लगते हैं। जनता अब इनके ऐसे दोगले और स्वार्थी रवैये को अच्छी तरह समझ चुकी है। उमड़े जनसमुद्र के सामने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रसंसा करके मायावती ने राजनैतिक समीक्षकों को भो चौंका दिया।हालांकि समाजवादी पार्टी बहुत दिनों से मायावती को भाजपा की बी टीम कहती आ रही है। योगी को लेकर मायावती बोलीं कि आभारी हूं। कांशीराम पार्क और अंबेडकर पार्क में आने वाले लोगों से मिले टिकटों का पैसा सपा सरकार की तरह दबाकर नहीं रखा। मेरे आग्रह पर पार्क की मरम्मत पर पूरा खर्च किया। जबकि सपा सरकार ने पार्क के रखरखाव की बजाय दूसरे मदों पर पैसा खर्च कर दिया था। यह पैसा वहाँ आने वाले पर्यटकों से टिकट के रूप में लिया जाता है।
सांसद चंद्रशेखर उर्फ रावण का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा कि हमें कमजोर करने के लिए षड्यंत्र रच कर स्वार्थी और बिकाऊ किस्म के लोगों का इस्तेमाल करके कई संगठन बनवा दिए गए हैं। अब तो ये अंदर ही अंदर अपने वोट ट्रांसफर करवा कर इनके एक-दो उम्मीदवारों को जिता भी रहे हैं,यह दलित वोट बांटेने की साजिश है। अपने भतीजे आनंद को लेकर मायावती ने कहा आकाश आनंद एक बार फिर पार्टी के मूवमेंट से जुड़ चुके हैं, यह शुभसंकेत है। वह मेरे दिशानिर्देश में काम करेंगे। जिस प्रकार कांशीराम जी ने मुझे आगे बढ़ाया, उसी तरह मैंने आकाश आनंद को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। मुझे विश्वास है और आप सभी से अपील है कि आप लोग मेरी तरह आकाश का भी हर हाल में साथ देंगे। उन्होंने सतीश चंद्र मिश्रा और उनके बेटे कपिल मिश्रा की भी तारीफ की। इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल और जमील अख्तर की भी सराहना की।लगातार कार्यकर्ताओं से दूर रही बसपा सुप्रीमो ने रैली में घोषणा किया कि ष्अब मैं आप लोगों के बीच ज्यादा से ज्यादा समय दूंगीष्। इस तरह के कार्यक्रमों में अधिक नजर आऊंगी। आप लोगों को भ्रमित नहीं होना है। 2027 में हमें 5वीं बार बसपा की सरकार बनानी है। इसके लिए सपा, भाजपा और कांग्रेस जैसी जातिवादी पार्टियों के षड्यंत्रों से सजग रहना होगा।
मायावती ने कहा कि 2007 में बनी बीएसपी की सरकार कानून व्यवस्था के मामले में मिसाल थी।हमने प्रदेश में भयमुक्त, न्यायपूर्ण शासन दिया। हमने लोगों को मुफ्त राशन देकर गुलाम नहीं बनाया, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा और बीजेपी दोनों ने अपनी सरकारों में गुंडों, माफियाओं और अराजक तत्वों को बढ़ावा दिया। आज भी यूपी में अपराध और जातिवाद चरम पर है। मायावती ने आजम खान से मुलाकात को लेकर फैली अफवाहों पर कहा कि ‘यह पूरी तरह झूठी और बेबुनियाद खबर है कि किसी पार्टी के वरिष्ठ नेता के बीएसपी में शामिल होने की अफवाह उड़ाई गई। कहा गया कि मैंने दिल्ली, लखनऊ से उनसे मुलाकात की है, जिसके बारे में मुझे पता तक नहीं। मायावती ने कहा कि मैं कभी छिपकर किसी से नहीं मिलती, जब मिलती हूं तो खुलेआम। मेरी कोई मुलाकात नहीं हुई है। उन्होंने कहा, “अब जब ईवीएम पर विरोध बढ़ रहा है, तो बैलेट पेपर सिस्टम फिर से लागू हो सकता है। इसलिए हमें हर स्तर पर संगठन को मजबूत करना है।” ‘हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए और किसी की परंपराओं में दखल नहीं देना चाहिए। किसी भी धर्म की आड़ में ‘आई लव३’ जैसी राजनीति नहीं होनी चाहिए।’ कश्मीर के पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर सरकार पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर होती, तो यह हमला रोका जा सकता था।विदेशी टैरिफ नीति और ‘स्वदेशी’ के दावों पर भी सरकार को सजग रहना चाहिए।’

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