प्रयागराज। महाकुंभ में आया किन्नर आखाड़ा इस समय सुर्खियों में है. किन्नर अखाड़े से लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और ममता कुलकर्णी को बाहर कर दिया गया है। इस बीच जगद्गुरु महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर गंभीर आरोप लगाया. हिमांगी सखी ने कहा कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और उनके गुर्गों ने मुझे मारा पीटा है। हिमांगी सखी ने पूरे शरीर पर लगे जख्म को भी दिखाया। महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कहा कि किन्नर अखाड़े में हो रहे कामकाजों को लेकर मैंने सवाल किया तो मुझे बाहर कर दिया गया। मैंने ये सब बोला है तो अब मुझे मार दिया जाएगा. पांच हजार में अखाड़े की आईडी दे दी जाती है. महामंडलेश्वर का पद बेचा जाता है। 11-11 लाख मांगा जाता है. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी मांगती हैं। बग्गी पर बैठना है और शाही स्नान करना है तो एक लाख रुपए देना होगा।
हिमांगी सखी ने कहा कि किन्नर अखाड़े में पैसे लेकर महामंडलेश्वर बनाया जा रहा है. ममता कुलकर्णी के मामले में भी ऐसा ही हुआ. किन्नर अखाड़े में मांस-मदिरा का सेवन किया जाता है। लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की देख-रेख में ही यह सब कुछ हो रहा है। मेरे शिविर में आकर मेरे साथ मारपीट की गई है। मैंने गलत के खिलाफ आवाज उठाई, इसलिए मेरे साथ ऐसा किया जा रहा है।
हिमांगी सखी ने कहा कि मैं वैष्णव धर्म से आती हूं। मैं शुरू से सनातनी रही हूं। हमको नशा और मांस-मदिरा लेने का शौक नहीं है। जो मांस मदिरा का सेवन करते हैं, हम उनके साथ कभी जुड़ नहीं सकते। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि महाकुंभ के किन्नर अखाड़े के शिविर में नशा करते हैं. शराब भी पीते हैं। मांस-मदिरा का पान किया जाता है। ये सब कुछ अखाड़े की प्रमुख लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की देख-रेख में होता है।
हिमांगी सखी ने लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को लेकर कहा कि वो खुद को धर्मगुरु कहती हैं और क्या संदेश दे रही हैं. 11-11 लाख रुपए लेकर महामंडलेश्वर बनाया जाता है। वहीं मीडिया के साथ बातचीत के दौरान हिमांगी सखी फूट-फूट कर रोईं। हिमांगी सखी ने कहा कि मैं लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के खिलाफ कानून कार्रवाई करुंगी, जो गलत के खिलाफ आवाज उठाता है, किन्नर अखाड़ा उनके खिलाफ गुंडागर्दी करता है।
अपने साथ हुई मारपीट को लेकर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कहा कि दो दिन पहले महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी 12 गाड़ियों के साथ आईं और हमारे शिविर में जबरन घुस गईं। पुलिस अधिकारियों को शिविर से बाहर कर दिया और अचानक से मेरे कमरे में घुसे, मुझे मारा-पीटा। उन्होंने टीवी9 के कैमरे पर दिखाया कि उनके नाक और पैरों में चोट के गहरे निशान थे। चाकू सटाकर मुझसे वीडियो बनवाया। जबरदस्ती चौप करने वाले चौपड़ मेरे पीछे लगाया गया और मुझे कहा कि हंसकर बोलो। मुझसे बुलवाया गया कि हम सब एक हैं, किन्नर अखाड़े से मेरा कोई विवाद नहीं है।
ममता कुलकर्णी झूठी हैं। वो बताएं कि रातों-रात वो महामंडलेश्वर कैसे बन गईं। ममता से डील हुई होगी तभी तो उसे महामंडलेश्वर बनाया गया। इसको लेकर मेरे अलावा बाबा रामदेव और धीरेंद्र शास्त्री ने भी आवाज उठाई है। बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ में ममता महामंडलेश्वर बनीं। 24 जनवरी को ममता को महामंडलेश्वर बनाया गया। उनको नया नाम श्रीयामाई ममता नंद गिरि मिला. वह करीब सात दिन तक महाकुंभ में ही रहीं। उनके महामंडलेश्वर बनते ही विवाद शुरू हो गया। पैसे देकर महामंडलेश्वर बनने के आरोप लगे। इसके बाद ममता ने महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे दिया। हिमांगी सखी किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर हैं। वह मूलरूप से मुंबई की रहने वाली हैं। हिमांगी सखी ने फिल्मों में भी अभिनय किया है। माता-पिता की मौत के बाद वह वृंदावन आईं और पशुपतिनाथ पीठ से महामंडलेश्वर की उपाधि ली। हिमांगी सखी देश-विदेश में भागवत कथा करती हैं।
आरोप है कि प्रयागराज सेक्टर-8 के कैंप में हिमांगी सखी पर हमला हुआ था। किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण पर इसका आरोप लगा था। हिमांगी ने ममता कुलकर्णी का विरोध किया था। वह ममता को महामंडलेश्वर बनाने के खिलाफ थीं। हिमांगी सखी ने 10 लाख के जेवर लूटने का भी आरोप लगाया था।
0 Comments