देश के प्रति जज्बा और जुनून की कोई कमी नहीं...सेंट जेवियर्स हाई स्कूल में हर्षाेल्लास संग मना 76 वाँ गणतत्र दिवस एवं वसंतोत्सव!


आजमगढ़। शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय सेंट जेवियर्स हाई स्कूल एलवल आज़मगढ़ के प्रांगण में 76 वाँ गणतत्र दिवस एवं वसंतोत्सव पूरे हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया जिसमें विद्यालय के प्रधानाचार्य नीलेश श्रीवास्तव ने अपने कर कमलों से ध्वजारोहण किया तथा राष्ट्रध्वज को सलामी दी बोस हॉउस, नेहरू हॉउस, गाँधी हॉउस एवं आज़ाद हॉउस के छात्र - छात्राओं ने मार्च पास्ट के माध्यम से राष्ट्रध्वज को सलामी देते हुए राष्ट्र एवं मुख्य अतिथि के प्रति सम्मान भाव को ज्ञापित किया तत्पश्चात विद्यालय के प्रबन्धक प्रशांत चंद्रा, आवासीय प्रबंधक प्रद्युम्न जायसवाल एवं अनिरुध्द जायसवाल, प्रधानाचार्य नीलेश श्रीवास्तव, उपप्रधानाचार्य संजय कुमार विश्वकर्मा, को-ऑर्डिनेटर धीरेन्द्र भारद्वाज आदि नें माँ शारदे के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित करते हुए कार्यक्रम का आग़ाज किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आरम्भ विद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राओं नें सरस्वती वंदना से किया द्य कार्यक्रम की अगली कड़ी में नौनिहाल बच्चों ने “जय हो, जय हो” गीत पर मनमोहक नृत्य की अप्रतिम प्रस्तुति दी, इसी क्रम में अन्य बच्चों ने भी प्रहसन, एकांकी गीत एवं सामूहिक देश भक्ति गीत व नृत्य के माध्यम से कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिया तथा पिरामिड की अप्रतिम झांकी ने लोगो के मन को बरबस अपनी तरफ आकृष्ट किया। प्रधानाचार्य ने सभी को 76 वें गणतंत्र दिवस एवं बसंत पंचमी की हार्दिक बधाई देते हुए देश के क्रांतिकारियों एवं अमर शहीदों के स्वर्णिम इतिहास को याद कराते हुए समस्त छात्र-छात्राओं को देश-प्रेम, भाई-चारा, ईमानदारी, लगनशीलता आदि का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि आप ही लोग आने वाले भविष्य के कर्णधार है और आप लोग सच्ची कर्तव्यनिष्ठा से निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर होते रहें। प्रधानाचार्य नें अंत में सभी छात्र- छात्राओं से “वंदेमातरम” के नारे लगवाते हुए उपस्थित अभिभावकों, अध्यापक , अध्यापिकाओं व समस्त विद्यालय परिवार को राष्ट्र प्रेम व सभी को अपने कर्तव्यबोध के प्रति जागरूक करते हुए मंगल शुभकामानाएं एवं बधाई दी वहीं सेंट जेवियर स्कूल सम्मोपुर आजमगढ़ के प्रांगण में गणतंत्र दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। विद्यालय के आवासीय प्रबंध निदेशक प्रदुमन जयसवाल व अनिरुद्ध जायसवाल, शैक्षिक निदेशक देवेंद्र झा, प्राचार्य विनय पाण्डेय, उप प्राचार्य तरनी श्रीवास्तव, प्राथमिक प्रभारी अंशिका सिंह आदि ने ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दिया एवं भारत माता के वीर सपूतों के चित्र पर माल्यार्पण करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत् पश्चात बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित जनों का मन मोह लिया।
इस अवसर पर विद्यालय आवासीय प्रबंध निदेशक ने गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि ष्भारत के संविधान का निर्माण विभिन्न देशों के संविधान का भली-भांति अध्ययन करने के पश्चात् किया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने का गौरव प्राप्त है। हमारा गणतंत्र हमारे पूर्वजों के बलिदानों का फल है, जिन्होंने अपना सब कुछ देश की आजादी के लिए न्योछावर कर दिया। उनके सपनों को साकार करना हमारी जिम्मेदारी है। हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारा संविधान न केवल हमें अधिकार देता है, बल्कि हमारे कर्तव्यों को भी परिभाषित करता है। हमें एक ऐसे समाज का निर्माण करना है जहाँ न्याय, समानता और भाईचारा प्रमुख मूल्य हों। नौनिहाल बच्चों में कोई भीम राव आंबेडकर, कोई राजेन्द्र प्रसाद कोई गांधी कोई सुभाष चंद कोई चंद्रशेखर आजाद अनेक क्रांतिकारी नेताओं का रूप धारण कर वहां पर उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया। छोटे बच्चों ने बंदे मातरम गीत पर शानदार प्रदर्शन कर वहां उपस्थित जनों को रोमांचित कर दिया और हमारे देश के अमर वीर सपूतों की यादों को ताजा कर दिया। बच्चों ने अपनी प्रतिभा और कला के द्वारा यह दिखाने का प्रयास किया कि हमारे अंदर भी देश के प्रति जज्बा और जुनून की कोई कमी नहीं है।
इसी क्रम में सेंट जेवियर हाई स्कूल समेदा के प्रांगण में गणतंत्र दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। विद्यालय के आवासीय प्रबंध निदेशक प्रद्युम्न जयसवाल जी, प्राचार्य विनंजय शर्मा, कोऑर्डिनेटर श्रीमती संगीता राय आदि ने ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दिया एवं भारत माता के वीर सपूतों के चित्र पर माल्यार्पण करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत् पश्चात बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित जनों का मन मोह लिया। इस अवसर पर विद्यालय आवासीय प्रबंध निदेशक ने गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि ष्भारत के संविधान का निर्माण विभिन्न देशों के संविधान का भली-भांति अध्ययन करने के पश्चात् किया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने का गौरव प्राप्त है। नौनिहाल बच्चों ने आजाद हिंद फौज का एक जीता जागता रूप सामने प्रस्तुत कर दिया तथा कुछ बच्चों ने अनेक राज्यों की वेशभूषा तथा पहनावा का रूप का रूप धारण कर वहां पर उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया। छोटे बच्चों ने मनमोहक गीत प्रस्तुत कर वहां उपस्थित जनों को रोमांचित कर दिया और हमारे देश के अमर वीर सपूतों की यादों को ताजा कर दिया। बच्चों ने अपनी प्रतिभा और कला के द्वारा यह दिखाने का प्रयास किया कि हमारे अंदर भी देश के प्रति जज्बा और जुनून की कोई कमी नहीं है। कार्यक्रम में बच्चों ने मंच पर अपने नृत्य और गायन से उपस्थित बच्चों के अंदर देशभक्ति का जोश और उर्जा भरते हुए जैसे ही दिल दिया है जान भी देंगे गीत गाया इस गीत को सुनते ही वहां पर उपस्थित सभी बच्चों ने मानो अपनी करतल ध्वनि से पूरे आसमान को अपनी खुशियों की सूचना दे दिया हो।

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