बीजेपी सरकार के अचंभे, बिना तार के खंभे....महाकुंभ की तैयारियों पर अखिलेश का एक्स पर पोस्ट!


लखनऊ। प्रयागराज महाकुंभ-2025 की तैयारियों को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला बोला है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि देखो बीजेपी सरकार के अचंभे, बिना तार के खंभे!. समाजवादियों ने तो पहले ही एक गाने में कहा था बिन बिजली के खड़ा है खंभा बीजेपी राज में ये कोई गाना-अफसाना नहीं बल्कि शत-प्रतिशत सत्य है। सपा मुखिया के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर महाकंुभ-2025 हैंडल से रिप्लाई किया गया। इसमें अखिलेश यादव को नसीहत दी गई। इस पोस्ट में कहा गया कि महाकुंभ आस्था और संस्कारों का पर्व है। इसकी पवित्रता बनाए रखें। फेक न्यूज और भ्रामक जानकारियां न फैलाएं। जिम्मेदारी से पेश आएं। सत्यापित स्रोतों से ही जानकारी साझा करें। समाज में एकता और शांति का संदेश दें। एक अन्य पोस्ट में महाकुंभ-2025 हैंडल को टैग करते हुए अखिलेश ने कहा कि वैसे खंभों पर तार बिछाया नहीं लगाया जाता है और वो भी समय रहते, जिससे सभी सिक्योरिटी चेकअप के लिए पर्याप्त समय मिल सके। अच्छा हुआ शासन-प्रशासन के संज्ञान में ये मुद्दा आया। यही हमारा उद्देश्य था, जो पूर्ण हुआ। आशा है अब कछुए की चाल की जगह मेले की तैयारी सही गति पकड़ पाएगी। हम सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और मेले के आयोजन की कमियों की ओर निरंतर आपका ध्यान खींचते रहेंगे।
एक अन्य वीडियो पोस्ट करते हुए अखिलेश ने कहा, ये है बीजेपी सरकार में प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारी की सच्चाई! कम से कम पुलिस विभाग का काम तो बहुत पहले ही पूरा हो जाना चाहिए था क्योंकि सुरक्षा चक्र का प्रबंधन किसी अंतिम दिन की प्रतीक्षा नहीं करता है। प्रयागराज की आहत जनता पूछ रही है कि महादानी सम्राट हर्षवर्धन की प्रतिमा हटाने के लिए तो बीजेपी सरकार बहुत तत्पर थी पर वैसी तेजी प्रशासनिक प्रंबंधन के लिए क्यों नहीं दिखाई जा रही है। उन्होंने कहा, प्रबंधन करते समय प्रयागराज और मेला क्षेत्र के आसपास की स्थानीय जनता की जरूरतों और समस्याओं को नजरअंदाज करने की जो शिकायतें मिल रही हैं, उनका भी तुरंत समाधान किया जाए। प्रयागराज के निवासियों के बीच किसी इमरजेंसी के घटित होने पर आवागमन और परिवहन को लेकर मन में जो चिंता है, उसके निराकरण के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी की जाए। अखिलेश ने कहा, हम चाहते हैं महाकुंभ भी चले और प्रयागराज भी गतिमान रहे। अगर शासन-प्रशासन महाकुंभ की तैयारी में विफल हो गया है तो सहायता करने के लिए हम अपने सच्चे-समर्पित कार्यकर्ता भेजने का प्रस्ताव रखते हैं क्योंकि बीजेपी वाले तो कहीं खाने-कमाने या चुनाव के जोड़-जुगाड़ में लगे होंगे।

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