85 दिन पहले राम गोपाल मिश्रा ने की थी लव मैरिज... बहराइच हिंसा ने रोली को बनाया विधवा!



लखनऊ। प्रदेश के बहराइच जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा में नौजवान राम गोपाल मिश्रा की हत्या हो गई। राम गोपाल मिश्रा को अराजक तत्वों ने दर्दनाक तरीके से मारा। मिली जानकारी के मुताबिक इसी साल 20 जुलाई को राम गोपाल मिश्रा ने रोली से लव मैरिज की थी। बहराइच की हिंसा ने रोली को 85 दिन में विधवा बना दिया। राम गोपाल की पत्नी रोली का रो-रोकर बुरा हाल है। रोली अब न्याय की गुहार लगा रही हैं। रोली का कहना है कि जिस तरह से मेरे पति को मारा गया है, हत्यारों को भी उसी तरह से सजा मिलनी चाहिए। रोली और राम गोपाल का परिवार आज लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिला है। मुख्यमंत्री ने परिवार को दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है। 25 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा बहराइच के हरदी थाना क्षेत्र में रेहुआ मंसूर गांव के रहने वाले कैलाश नाथ मिश्रा के बेटे हैं। उनकी मां का नाम मुन्नी देवी है। राम गोपाल 4 भाई थे। एक भाई राम मिलन की 12 साल पहले तालाब में डूबने से मौत हो गई थी। दूसरे भाई शिव मिलन ने 2017 में कथित तौर पर जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। राम गोपाल घर में सबसे अधिक शिक्षित था। उसने इंटरमीडिएट तक शिक्षा ग्रहण की थी। राम गोपाल परिवार के पालन के लिए खेती और कैटरिंग का काम करते थे। महज तीन महीने पहले शादी करने वाले राम गोपाल की मौत के बाद घर में मातम पसरा हुआ है। परिवार सदमे में है और गांव में शोक की लहर है। 13 अक्टूबर को राम गोपाल दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में शामिल थे। जुलूस महराजगंज बाजार से गुजर रहा था, जब अब्दुल हमीद नाम के आरोपी के घर के पास दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। कहासुनी के बीच पथराव शुरू हो गया। आरोप है कि इसी दौरान विसर्जन यात्रा की मूर्ति में लगे झंडे को नोंचा गया। इसकी प्रतिक्रिया में राम गोपाल हमीद के घर के ऊपर चढ़ गए और उनका झंडा उतारने लगे। आरोप है कि हमीद और उसके परिजनों ने गोपाल को घर में खींच कर बेरहमी से मारा-पीटा, नाखूनों में चोट पहुंचाई और गोली मार दी। राम गोपाल को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

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