जुनूनी इश्क, 11 महीने का मासूम और किडनैपिंग...यूपी पुलिस के सिपाही के ‘इंतकाम’ की कहानी!


लखनऊ। इश्क का जादू जब सिर पर चढ़ जाता है तो इंसान किसी भी हद तक गुजर जाता है। ऐसा ही जादू उत्तर प्रदेश पुलिस के एक हेड कांस्टेबल को चढ़ा। सिपाही तनुज चाहर को अपनी बुआ की बेटी से इश्क हो गया। प्यार इतना परवान चढ़ा कि तनुज ने अपनी नौकरी को दांव पर लगा दिया। कहते हैं कि इश्क में जुदाई भी होती है और ऐसा हुआ। दोनों जुदा हो गए। प्रेमिका की शादी जयपुर में हो गई। माशूका के बिछड़ने का गम सिपाही तनुज को सहन नहीं हुआ। वो उसे तलाशने पहुंच गया जयपुर। एक साल तक अपने प्यार के दीदार के लिए वो अंजान शहर की गलियों में भटकता रहा। उसने जमीन को बिछौना और आसमान को चादर बना डाला। रातें फुटपाथ पर और दिन गलियों में भटकते गुजरने लगे। फिर वो दिन भी आया जब उसे अपनी महबूबा के आशियाने का पता चल गया।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में तैनात पुलिस हेड कांस्टेबल तनुज चाहर को जयपुर पुलिस ने आगरा के जंगल से गिरफ्तार किया है। उस पर एक बच्चे के किडनैप का मामला दर्ज है. बच्चा भी उसके पास से बरामद हुआ है। पुलिस तनुज को जयपुर ले आई। ये बच्चा उसने जयपुर के सांगानेर इलाके से 14 जून 2023 को किडनैप किया था। पुलिस ने थाने पर बच्चे के परिजनों को बुलाया। बच्चा उन्हें सौंपने के लिए दिया तो वो जोर-जोर से रोने लगा। उसे किडनैपर तनुज के पास ले जाया गया तो वह उसके सीने से चिपक गया। पुलिस वालों ने बच्चे को वापस लिया तो वह बिलख उठा। किडनैपर भी उसे देख रोने लगा। पुलिस ने वह बच्चा उसकी मां के सुपुर्द कर दिया।
दरअसल, ये पूरा मामला प्रेम संबंध का है। किडनैपर तनुज चाहर के मुताबिक, जिस बच्चे का उसने किडनैप किया वो उसकी बुआ की बेटी का है। वो बुआ की बेटी से प्यार करता है। प्यार भी जुनून की हद तक। दोनों के प्रेम कहानी उनके परिजनों को मालूम पड़ गई। इसका विरोध हुआ और दोनों की अलग-अलग शादी करा दी गई। तनुज यूपी पुलिस में सिपाही था और अलीगढ़ में उसकी हेड कांस्टेबल पद पर तैनाती थी। उसके दिल से प्रेमिका की यादें बसेरा बना चुकी थी। वह उसे भूल नहीं पा रहा था। उसकी माशूका की शादी जयपुर में हुई थी। वह उसकी तलाश में जयपुर पहुंच गया। एक साल तक वह जयपुर में भटक-भटक कर उसे खोजता रहा। आखिर उसे सफलता मिली और प्रेमिका का ठिकाना मिल गया। इस बीच प्रेमिका ने एक बेटे को जन्म दिया था। वह प्रेमिका के घर पहुंचा और उसे अपने साथ यूपी ले जाना चाहता था। लेकिन वो तैयार नहीं थी। प्रेमिका से बदला लेने के लिए उसने उसके 11 महीने के मासूम बेटे का अपहरण कर लिया। वह मासूम को किडनैप कर उत्तर प्रदेश ले आया। उधर शिकायत पर किडनैप का मुकदमा जयपुर पुलिस ने दर्ज किया। पुलिस ने यूपी में तनुज के कई ठिकानों पर छापा मारा लेकिन वह नहीं मिला। इधर अलीगढ़ पुलिस को यह जानकारी मिली तो तनुज को सस्पेंड कर दिया गया। तनुज बच्चे को लेकर मथुरा, वृंदावन में भटकता रहा। इस बीच पुलिस से बचने और पहचान छुपाने के लिए उसने साधु का भेष धर लिया और बच्चे को कृष्ण की भेष भूषा में लेकर घूमने लगा। वह बच्चे को बहुत प्यार से रखता था, उसकी पूरी देखभाल करता था. चूंकि वह खुद पुलिस में था तो वह बचने के हर तौर तरीके इस्तेमाल करता था। पुलिस ने तनुज का नंबर सर्विलांस पर लगा रखा था लेकिन वह जिस मोबाइल और सिम से बात करता उसे दोबारा इस्तेमाल नहीं करता था। पुलिस को उसकी लोकेशन नहीं मिलती थी।
तनुज के कुछ सुराग पुलिस के हाथ लगे। पुलिस के सिपाही भी साधु का भेष धर उसकी तलाश में जुट गए। आखिरकार पुलिस ने उसे खोज निकाला। तनुज पुलिस को देख भागने लगा। उसे आगरा के पास जंगल से गिरफ्तार कर लिया। किडनैपर तनुज पकड़े जाने के बाद अब पुलिस हिरासत में है। वह दावा कर रहा है कि बच्चा उसका ही है। उसे दिलवाया जाए। उसका कहना है कि पुलिस चाहे तो बच्चे और उसका डीएनए टेस्ट करवा लें। उधर बच्चे की मां आरोपी से कोई रिश्ता नहीं रखना चाहती है। फिलहाल आरोपी पुलिस की रिमांड पर है।

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