हनीट्रैप में फंसाकर वसूली करता था गैंग...मां-बेटी समेत 5 को पुलिस ने ऐसे पकड़ा!



लखनऊ। प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में लोगों को फंसाकर रुपये ऐंठने वाले गिरोह पर शिकंजा कसा गया है। हनीट्रैप और रेप के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे वसूलने वाले गिरोह का सूरजपुर थाना पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने कथित वकील, मां-बेटी व भतीजी समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। महिला की बेटी और भतीजी मोबाइल पर मिस कॉल व मेसेज कर दोस्ती कर लोगों को प्रेमजाल में फंसाती थीं। जब व्यक्ति इन्हें अपने कमरे या होटल पर ले जाता तो पीछे से उनकी मां और वकील अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच जाते। उस शख्स को रेप समेत संगीन मुकदमों में फंसाने का डर दिखाकर उनसे रुपये व ऑनलाइन रुपये ट्रांसफर करा लेते थे। अब तक यह गैंग पांच से अधिक लोगों को फंसा कर करीब 4 लाख रुपये वसूल चुका है। पुलिस ने इनके पास से ठगी के 40 हजार रुपये से खरीदा घरेलू सामान, 2.82 लाख रुपये, 4 मोबाइल और एक कार बरामद की है। नोएडा सेंट्रल जोन के एडीसीपी हृदेश कठेरिया ने बताया कि सूरजपुर के फारुख, विष्णु उर्फ डमरू श्रीवास्तव, कविता, पूजा सूरजपुर समेत एक नाबालिग लड़की को अरेस्ट किया है। नाबालिग को बाल सुधार गृह भेज दिया है।

सूरजपुर थाने में एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई कि कविता नाम की महिला ने जबरदस्ती उसका मोबाइल ले लिया है। जब पीड़ित व्यक्ति से पुलिस ने पूरी जानकारी देने की बात कही तो वह बदनामी के डर से चुप हो गया। पुलिस ने कड़ाई से पूछा तो उसने बताया कि कुछ दिन पहले कविता नाम की महिला से उसकी दोस्ती हो गई। कविता ने उसे किसी लड़की से दोस्ती करने का लालच दिया। 7 जनवरी को कविता ने उसे लड़की से दोस्ती कराने के बहाने फोन कर सूरजपुर बुलाया। इसके बाद वह अपनी बाइक से देवला गांव आ गया। यहां कविता ने अपनी बेटी पूजा को उसके साथ बाइक पर बैठा दिया। कुछ दूर चलने पर कार सवार फारुख और विष्णु ने उसे रोक लिया और मारपीट शुरू कर दी। कार सवार युवकों ने लड़की भगाने का आरोप लगाते हुए उसे जेल भिजवाने की धमकी देकर डराया। इसके बाद इन लोगों ने उसे 12 हजार रुपये और मोबाइल फोन ले लिया। रेप के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर आरोपियों ने उसे पेटीएम का पासवर्ड पूछ लिया। इसके बाद आरोपियों ने उसके पेटीएम से करीब 1.47 लाख रुपये की अलग-अलग जगह से खरीदारी की।

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गिरोह की सरगना कविता है। वह अपनी बेटी, भतीजी, साथी फारुख व अन्य के साथ मिलकर किसी भी व्यक्ति के मोबाइल पर मिस कॉल व मेसेज के माध्यम से दोस्ती कर प्रेमजाल में फंसाते हैं। जब वह शख्स इनमें से किसी महिला से मिलने आता तब उसे सुनसान जगह या होटल में ले जाते थे। वहां उसे संगीन मुकदमे में फंसाने एवं जान-माल का भय दिखाकर उससे कैश और ऑनलाइन रुपये डलवाकर छोड़ देते थे। पीड़ित व्यक्ति समाज में बदनामी के डर से शिकायत नहीं करते थे। मुख्य आरोपी कविता का पति एक कंपनी में सिक्यॉरिटी गार्ड है। कविता ने उसे छोड़कर पड़ोस में रहने वाले फारुख के साथ लिवइन में रहने लगी। इस महिला ने ठगी में अपनी बेटी को भी शामिल कर लिया। गांव से भतीजी को भी बुलाकर अपने गैंग में शामिल कर लिया। भतीजी के पिता की मौत हो चुकी है।

गैंग के कारनामेः 5 जनवरी को एक युवक के खिलाफ छेड़छाड़ की घटना दिखाकर सूरजपुर थाने में छेड़खानी व पॉक्सो एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कराया था। बाद में कोर्ट में दिए गए अपने बयान में घटना को झूठी बताया गया। 22 सितंबर 2023 को कविता ने अपनी ही कंपनी में काम करने वाले एक युवक पर छेड़खानी का आरोप लगाकर सूरजपुर थाने में शिकायत दी जो जांच के दौरान झूठी पाई गई। 25 अक्टूबर 2023 को थाना बीटा-2 में एक युवक पर रेप और अबॉर्शन जैसे गंभीर आरोप लगाकर शिकायत दी और पीड़ित से चार लाख रुपये लेकर कैश वापस ले लिया।

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