दांव चला तो 2024 में बढ़ेगी विपक्ष की मुश्किले
लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 में मिशन 80 का लक्ष्य हासिल करने के लिए बीजेपी (BJP) लगातार अपनी रणनीति बना रही है और इसी रणनीति के तहत अब सक्रिय बूथ सशक्त मंडल अभियान की शुरुआत प्रदेश के सभी मंडलों में बीजेपी करने जा रही है। हालांकि इस अभियान की शुरुआत लखनऊ में 23 फरवरी को खुद प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री संगठन के साथ यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह ने की थी, लेकिन अब जल्द प्रदेश के सभी 1918 मंडलों में कार्यक्रम किया जाएगा।
2024 के चुनावी रण को जीतने के लिए बीजेपी मिशन 80 के तहत काम कर रही है। पार्टी ने अपनी रणनीति के तहत कई कार्यक्रम और अभियान शुरू किए हैं और उसमें सबसे महत्वपूर्ण है बूथ पर कार्यकर्ताओं की भारी-भरकम फौज तैयार करना. पूरे प्रदेश को बीजेपी ने 1918 मंडल में बांटा है और अब इन सभी मंडलों में सक्रिय बूथ सशक्त मंडल अभियान की शुरुआत बीजेपी करने जा रही है. 23 फरवरी को इस कार्यक्रम की शुरुआत लखनऊ में हो चुकी है और अब प्रदेश के सभी मंडलों में यह कार्यक्रम जल्द शुरू किया जाएगा। निकाय चुनाव से पहले सभी मंडलों में इस कार्यक्रम के जरिए लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार की जाएगी।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा के लिए लगभग 1 लाख 61 हज़ार से ज्यादा बूथ हैं और इन बूथों पर बीजेपी 11 सक्रिय बूथ कार्यकर्ता की टीम तैयार कर रही है। अगर 80 सीटों के लिहाज से देखें तो इन सक्रिय बूथ कार्यकर्ताओं की संख्या लगभग 11 लाख 77 हज़ार के पार पहुंच जाती है और वहीं हर एक बूथ पर 25 पन्ना प्रमुख तैनात करने की बीजेपी की तैयारी है। ऐसे में यह संख्या लगभग 35 लाख से ज्यादा हो जाती है। इस तरह लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी की लगभग 50 लाख कार्यकर्ताओं की भारी भरकम फौज पूरे प्रदेश में खड़ी हो जाएगी। पार्टी के नेता साफ तौर पर कह रहे हैं कि बीजेपी कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और बूथ इसका महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए लगातार इस तरह के कार्यक्रम पार्टी बूथ स्तर पर मंडल स्तर पर चलाती रहती है।
जाहिर है 2014 का लोकसभा चुनाव हो 2017 का विधानसभा चुनाव या फिर 2019 का लोकसभा चुनाव और 2022 का विधानसभा चुनाव। हर एक चुनाव में बीजेपी की बूथ की रणनीति ने पार्टी को सत्ता में वापस लाने में काफी मदद की है। और एक बार फिर पार्टी का फोकस बूथ को मजबूत करने पर है। ऐसे में विपक्षी दलों के सामने बीजेपी चुनाव से पहले ही एक चुनौती खड़ी करने की तैयारी कर रही है। वहीं लोकसभा चुनाव से पहले स्थानीय निकाय के चुनाव के जरिये इस रणनीति को परखने की बीजेपी की तैयारी है।
0 Comments