बेटों की सुरक्षा में रहता था साए की तरह
अरबाज के आपराधिक रिकॉर्ड को पता किया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक घटना वाले दिन अरबाज न सिर्फ गाड़ी ड्राइव कर ले गया था, बल्कि उसने फायरिंग भी की थी। फिर वहां से शूटरों को लेकर चकिया तक आया था।दरअसल, प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के सुलेम सराय में नेहरू पार्क के पास सोमवार की दोपहर उमेश पाल हत्याकांड में शामिल अरबाज को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। उसका साथी मौके से फरार हो गया। तीन दिन पहले विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की बदमाशों ने उनके घर के पास हत्या कर दी थी। मुठभेड़ के दौरान इंस्पेक्टर धूमनगंज घायल हो गए। अरबाज पर पुलिस कमिश्नर ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था।
सोमवार को उमेश पाल हत्याकांड में प्रयुक्त क्रेटा कार से शूटरों को घटनास्थल तक ले जाने वाले अरबाज के नेहरू पार्क के पास होने की जानकारी मिलने के बाद एसओजी और पुलिस टीम ने घेरेबंदी की। पुलिस से घिरने पर वह बाइक से अपने एक साथी के साथ भागने लगा। उसने पुलिस पर फायरिंग भी शुरू कर दी। एक गोली धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश मौर्य के हाथ में लगी। इसके बाद पुलिस वालों ने भी उस पर फायर झोंक दिया। जवाबी फायरिंग में अरबाज वहीं गिर गया, जबकि उसका साथी मौके से फरार हो गया।
अरबाज और घायल इंस्पेक्टर राजेश मौर्य को तुरंत स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया गया, जहां डाक्टरों ने अरबाज को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा और एडीसीपी आकाश कुलहरि समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल के साथ-साथ अस्पताल भी गए और घायल इंस्पेक्टर का हालचाल लिया। इस संबंध में पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा का कहना है कि उमेश पाल हत्याकांड में शामिल 50 हजार के इनामी अरबाज को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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