लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगामी 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की गोलबंदी में बड़ी सेंध लगा दी है. सीएम योगी की पहल पर दलीय सीमाएं टूट गईं और विपक्ष भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में आ गया. बहुजन समाज पार्टी समेत समाजवादी गठबंधन में शामिल सुभासपा और जनसत्ता दल ने भी राजग प्रत्याशी का समर्थन किया है. राजग प्रत्याशी को भाजपा के घटक दलों में निषाद पार्टी के 6 विधायक, अपना दल (सेक्यूलर) के 2 सांसद, एक एमएलसी और 12 विधायकों का समर्थन हासिल है. इसके अलावा विपक्ष के सुभासपा के 6 विधायक, जनसत्ता दल के 2 विधायक और एक एमएलसी, बसपा के 10 सांसद, एक विधायक और एक एमएलसी और सपा के एक विधायक के समर्थन मिलना लगभग तय माना जा रहा है.
राष्ट्रपति चुनाव के बहाने विपक्षी दलों की आपस में फूट साफ नजर आने लगी है. इसका असर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भी दिखने के आसार हैं. सपा और सुभासपा गठबंधन में विधानसभा चुनाव के बाद से ही तकरार नजर आ रही है. ऐसे ही सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव की नाराजगी भी जगजाहिर है. लोकसभा चुनाव के पहले सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव नया गुल खिला सकते हैं.
राजग प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू दोपहर बाद लखनऊ प्रवास पर पहुंचीं. चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, अपना दल (एस) के नेता आशीष पटेल और निषाद पार्टी के नेता डॉ. संजय निषाद सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. कई प्रदेशों के कलाकारों ने एयरपोर्ट पर राजग प्रत्याशी के स्वागत में सांस्कृतिक प्रस्तुति दी. राजग प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने भाजपा, अपना दल (एस), निर्बल भारतीय शोषित हमारा आम दल (निषाद पार्टी) के सांसदों और विधायकों के साथ समर्थन के लिए सम्पर्क और संवाद किया.
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