...तब तो निर्वाचन क्षेत्र के किसी बूथ पर डाल सकेंगे वोट- ट्रिपलआईटी के वैज्ञानिकों का दावा



प्रयागराज। मजबूत लोकतंत्र के लिए मतदान महत्वपूर्ण है। मतदान का प्रतिशत बढ़े इसके लिए जरूरी है कि वोटरों को परेशानी कम से कम उठानी पड़े। मतदान प्रक्रिया सरल बनाने के लिए ट्रिपलआईटी के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (आईटी) के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का प्रोटोटाइप तैयार किया है जो मतदान की राह आसान करेगी। साथ ही प्रक्रिया को पारदर्शी भी बनाएगी। संस्थान के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के डॉ. आशुतोष सिंह ने बताया कि संस्थान में तैयार यूनिक ईवीएम के प्रोटोटाइप की जानकारी भारत निर्वाचन आयोग को दी जाएगी। अगर आयोग चाहेगा तो उसे यह प्रोटोटाइप उपलब्ध कराया जाएगा।

यूनिक आईडी बेस्ड ईवीएम का प्रोटोटाइप

संस्थान के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के वैज्ञानिकों ने डॉ. आशुतोष सिंह के नेतृत्व में बीटेक के मो. सैफ व दो अन्य छात्रों ने यूनिक आईडी बेस्ड ईवीएम का प्रोटोटाइप तैयार किया है। इन्होंने इसका नाम यू-ईवीएम रखा है। इसकी खासियत यह है कि मतदाता अपनी सुविधानुसार अपने निर्वाचन क्षेत्र (लोकसभा या विधानसभा) के किसी भी बूथ पर जाकर अपना वोट डाल सकेगा। मतदाता को वोटर पर्ची की जरूरत भी नहीं होगी। मतदान के बाद मतदाता को तुरंत यह भी पता चल जाएगा कि जिसे उसने वोट दिया है, वह वोट उसी प्रत्याशी को गया अथवा नहीं।



आधारकार्ड के मोबाइल नंबंर से होगा लिंक

डॉ. आशुतोष सिंह ने बताया कि वर्तमान में ईवीएम से लोकसभा, विधानसभा के चुनाव कराए जा रहे हैं। मतदान की इस प्रक्रिया पर राजनीतिक दलों के साथ कई बार मतदाता भी सवाल खड़े करते रहते हैं। छात्रों के सहयोग से जो नई ईवीएम बनाई गई है वह मतदाता के आधारकार्ड से लिंक होगी। इस ईवीएम से मतदान के लिए मतदाताओं को वोटिंग पर्ची की जरूरत भी नहीं होगी। संबंधित निर्वाचन क्षेत्र के सभी मतदाताओं का आधार कार्ड इस मशीन से लिंक किया जा सकता है। आधार कार्ड में दर्ज मोबाइल नंबर भी मशीन से लिंक करने की व्यवस्था है। अपने विधानसभा या लोकसभा क्षेत्र के किसी भी बूथ पर जाकर मतदाता वोट डाल सकेंगे। इस मशीन में वोट डालने के लिए अंगूठा लगाना होगा। मतदान के तुरंत बाद ही आधार कार्ड में दर्ज मोबाइल नंबर पर यह मैसेज आ जाएगा कि किस प्रत्याशी को वोट दिया गया है।

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