वाराणसी। अब दीवारों और सड़कों के बाद पूर्वाचल की खुली हवा में भी आंच महसूस की जा रही है। शुक्रवार को 15 से 18 घंटे तक पुरवाई में जलन जैसा एहसास हुआ। सूरज ढलने के बाद भी तापमान का मीटर नहीं थमा। इसी के साथ इस साल जून में पहली बार पूर्वाचल का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। ये सामान्य तापमान से भी 4.2 डिग्री ऊपर ही रहा। वहीं रात के आठ बजे तक तापमान 38 से 39 डिग्री तक दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.5 डिग्री ज्यादा 31.1 डिग्री सेल्सियस तक आ गया। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, आगामी 24 घंटे तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव न आकर लू जैसी परिस्थितियां बनी ही रहेंगी। पूर्वाचल में 14 जून से बारिश होने के आसार हैं। दो से तीन दिनों तक गरज-चमक के साथ बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। यूपी आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि इसी के साथ लू का प्रभाव कुछ कम हो सकता है। गुरूवार को मौसम ऐसा रहा कि पूरे दिन शरीर से पसीना सूखा ही नहीं। चिरईगांव के बीडीओ की दोपहर में अचानक से तबीयत बिगड़ गई। उल्टी दस्त होने के चलते पीएचसी चिरईगांव में भर्ती किया गया। वहीं दशाश्वमेध घाट पर चक्कर खाकर गिरा एक व्यक्ति बेहोश हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 13 जून के बाद निम्न दबाव के क्षेत्र के सक्रिय होने के चलते मानसून के एक्टिव होने का अनुमान है। 15 दिनों से बिहार-बंगाल के बॉर्डर पर रुके बादल आगे बढ़ सकते हैं और 20 जून तक आने के आसार बन रहे हैं। यूपी आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 14 जून से प्रदेश में बारिश के अनुमान हैं। 13 जून तक प्रदेश में लू के आसार बने हुए हैं। बनारस समेत पूरे पूर्वांचल में लू का असर एक से दो दिनों में थम जाएगा। उसके बाद से लू के खतरनाक प्रभाव से थोड़ी राहत मिल सकती है।
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