नायब शहरकाजी जैनुर राशिद्दीन ने बताया कि 23 मार्च से रमजान का महीना शुरू हो सकता है। अकीदतमंद 22 मार्च को रमजान का चांद देखेंगे। अगर चांद न दिखा तो गुदड़ी बाजार में चांद कमेटी की बैठक होगी। इसमें शहरकाजी प्रोफेसर जैनुस साजिद्दीन सिद्दीकी सहित अन्य उलमा शामिल होंगे। वह दारुल उलूम देवबंद, दिल्ली मकरज, लखनऊ सहित अन्य बड़े इस्लामिक इदारों में संपर्क करेंगे। देश में कहीं भी चांद दिखने की पुष्टि हुई तो 23 से रमजान शुरू हो जाएंगे। चांद न दिखने की सूरत में 23 मार्च को चांद देखा जाएगा और तब 24 मार्च से रमजान होंगे।
मुकद्दस रमजान का का पाक महीना शुरू होने जा रहा है। मस्जिदों से लेकर घरों तक तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार रमजान का पहला रोजा करीब साढ़े 13 घंटे का होगा, जबकि आखिरी रोजा साढ़े 14 घंटे का होगा। खासकर दिल, गुर्दे और मधुमेह आदि के मरीजों के लिए चिकित्सक एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. वीके बिंद्रा की सलाह है कि माह ए रमजान के दौरान जो मरीज हैं, वे दवा लेने में लापरवाही न बरतें और अपने चिकित्सक की सलाह से ही रोजा रखें। यह बरतें एहतियातः कम तली हुई चीजें खाएं। तैलीय चीजों को खाने से प्यास ज्यादा लग सकती है। सहरी और इफ्तार में प्रोटीन और फाइबर वाली चीजें ज्यादा लें। फाइबर युक्त भोजन प्यास से बचाता है और लंबे समय तक पेट भरा रहता है। सहरी के दौरान कैफीन वाली चीजें लेने से बचें। चाय या कॉफी शरीर का पानी सोख लेती हैं और इससे बार-बार प्यास लग सकती है।
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